नई दिल्लीः बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ हिंसा भड़क गई है. कल से पूरे बांग्लादेश में सख्त कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. हालात इतने खराब हो गए है कि इंटरनेट, न्यूज चैनल्स पर भी रोक लगा दी गई है हिंसा में अभी तक 115 की मौत हो गई है.
बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भारत के कई बच्चे फंसे हुए है. आंदोलन में राजस्थान के भी बच्चे फंसे हुए है. इनमें से कोटा, बूंदी, टोंक, भीलवाड़ा के 51 बच्चे फंसे है. जो कि ढाका के सामोली के मेडिकल कॉलेज में MBBS कर रहे है. ऐसे में बढ़ती हिंसा के बीच अभिभावकों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से गुहार लगाई है. बच्चों को सकुशल राजस्थान लाने की गुहार लगाई है.
हालांकि आरक्षण के खिलाफ हिंसा के बाद से ही भारतीय उच्चायोग ढाका में भारतीय छात्रों के संपर्क में है. और बच्चों को सकुशल वापस लाने के प्रयास किए जा रहे है. बांग्लादेश से भारत, नेपाल, भूटान के 360 लोग मेघालय पहुंचे है.
बता दें कि बांग्लादेश में मुक्ति संग्राम के पूर्व सैनिकों के रिश्तेदारों को 30% तक आरक्षण के खिलाफ शुरू आंदोलन हुआ है. प्रदर्शनकारी इस आरक्षण को खत्म करने की मांग कर रहे है. जबकि वहां की सरकार का कहना है कि संघर्ष में योगदान देने वालों को सम्मान मिलना चाहिए.