Virat Kohli: ईडन गार्डन में विराट कोहली ने मचाया तहलका, साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतक जड़ कर सचिन तेंदुलकर की बराबरी की

नई दिल्लीः वर्ल्ड कप में विराट कोहली के बदौलत भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 243 रन से जीत दर्ज की. विराट कोहली ने तूफानी पारी खेलते हुए 121 गेंद में 10 चौकों की मदद से 101 रन बनाये. इस पारी के बदौलत खिलाड़ी ने पूर्व भारतीय सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है. कोहली ने वनडे फॉर्मेट में अपना 49 वां शतक जड़ दिया है. इस तरह खिलाड़ी ने क्रिकेट के भगवान कह जाने वाले तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. 

वनडे मैचों में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की फेहरिस्त में सचिन तेंदुलकर के साथ विराट कोहली संयुक्त रूप से टॉप पर हैं. दोनों ही खिलाड़ी के खाते में 49-49 शतक है. विराट कोहली ने 119 गेंदों पर शतक का आंकड़ा छुआ. विराट कोहली 121 गेंदों पर 101 रन बनाकर नाबाद पवैलियन लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके जड़े. इससे पहले ये रिकॉर्ड सिर्फ सचिन के नाम दर्ज था. लेकिन अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ सचिन ने कहर बरपाते हुए मास्टर ब्लास्टर की बराबरी कर ली है. अब सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली संयुक्त रूप से पहले नंबर पर हैं. 

कोहली पहुंचे दूसरे नंबर परः
वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की फेहरिस्त में विराट कोहली दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. विराट कोहली ने 8 मैचों में 108.60 की शानदार एवरेज से 543 रन बनाए हैं. इससे पहले न्यूजीलैंड के रचिन रवीन्द्र दूसरे नंबर काबिज थे लेकिन अब विराट कोहली ने रचिन रवीन्द्र को पीछे छोड़ दिया है. रचिन रवीन्द्र ने 8 मैचों में 74.71 की एवरेज से 523 रन जोड़े हैं.

मुकाबले में टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टीम को शुरुआत देने आये रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी की. रोहित शर्मा ने 24 गेंद में 40 रन बनाये. जबकि गिल ने 23 रन की पारी खेली. भारत के लिए विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 121 गेंदों पर 101 रनों की पारी खेली. इसके अलावा श्रेयस अय्यर ने 87 गेंदों पर 77 रनों का स्कोर बनाया. इस तरह भारत ने 326 रन बोर्ड पर लगाये. जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की टीम की शुरूआत निराशाजनक रही. साउथ अफ्रीका को पहला झटका 6 रनों के स्कोर लगा. साउथ अफ्रीका की आधी टीम 40 रनों के स्कोर पवैलियन लौट गए. इसके बाद लगातार विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा. जिसका नतीजा ये हुआ कि टीम महज 27.1 ओवर में ही 83 रन के स्कोर पर ढ़ेर हो गयी.