प्रदेश में पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान कल, राजस्थान पुलिस ने की सभी तैयारियां पूरी

प्रदेश में पहले चरण में 12 लोकसभा सीटों पर मतदान कल, राजस्थान पुलिस ने की सभी तैयारियां पूरी

जयपुर: प्रदेश में कल लोकसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण की वोटिंग होगी, कल होने वाले मतदान के लिए राजस्थान पुलिस ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.

प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले  चरण में 12 सीटों पर कल वोटिंग होगी. कल होने वाले मतदान के लिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने पुख़्ता व्यवस्था की है. डीजीपी यू आर साहू ने बताया कि राजस्थान पुलिस द्वारा प्रथम चरण के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, नागौर, अलवर, झुंझुनू , सीकर, दौसा, भरतपुर और करौली-धौलपुर में भय-मुक्त वातावरण में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजस्थान पुलिस के जाप्ते साथ ही केन्द्रीय सशस्त्र सशस्त्र बलों की कम्पनियां और होमगार्ड्स के जवानों को तैनात किया गया है. 

उन्होंने बताया कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए राजस्थान पुलिस के अधिकारी और जवानों (प्रथम चरण करीब 75,000 एवं द्वितीय चरण में करीब 85,000) के साथ ही केन्द्रीय सशस्त्र बल और विशेष सशस्त्र बल की 175 कम्पनियों, राजस्थान शहरी- ग्रामीण होमगार्ड के 18 हजार 400 तथा बोर्डर होमगार्ड के 1600 जवानों को तैनात किया गया है. साहू ने कहा कि इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सभी मतदाता बिना किसी दबाव या प्रलोभन के निर्भय होकर जिम्मेदार नागरिक के रूप में लोकतंत्र के पर्व में अपनी भूमिका सजगता से निभाएं. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 14 पुलिस जिलों के तहत 23 हजार 651 मतदान केन्द्र और 719 सहायक मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.

इन मतदान केन्द्रों में से क्रिटीकल और कानून एवं व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों, होमगार्ड्स, आरएसी तथा केन्द्रीय सशस्त्र बलों के जवानों को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नॉर्म के अनुसार तैनात किया गया है. डीजीपी ने बताया कि इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर एक पुलिसकर्मी को नियोजित किया गया है, जो मतदाताओं की कतार बनवाने, अनुमत पहचान पत्र की प्राथमिक जांच के बाद मतदाता को मतदान केन्द्र में प्रवेश देने, मतदान केन्द्र पर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और चुनाव प्रक्रिया के दौरान ईवीएम को सुरक्षा प्रदान करेंगे. 

मतदाताओं की भीड़ नियंत्रण के लिए 2 या 3 मतदान केन्द्रों वाले पोलिंग स्टेशन लोकेशन (पीएसएल) पर एक अतिरिक्त होमगार्ड तथा 4 या अधिक मतदान केन्द्रों वाले पीएसएल पर दो अतिरिक्त होमगार्ड्स लगाए गए है. वहीं सहायक मतदान केन्द्रों पर एक-एक होमगार्ड लगाया गया है. उन्होंने बताया कि क्रिटीकल मतदान केन्द्रों के अतिरिक्त प्रत्येक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय कानून व्यवस्था की स्थिति के आंकलन के आधार पर संवेदनशील मतदान केन्द्रों की नई श्रेणी ’लॉ एंड आर्डर संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर भी 1-2 आरएसी के जवान या सशस्त्र पुलिस बल को तैनात किया गया है.

DGP साहू ने बताया कि सामान्यतः 10 मतदान केन्द्रों पर पुलिस मोबाईल पार्टी के तहत सैक्टर पुलिस आफिसर्स तैनात किए गए है, इनके साथ पुलिस एवं होमगार्ड का जाप्ता लगाया गया है, वहीं सैक्टर मजिस्ट्रेट को भी एक-एक होमगार्ड उपलब्ध कराया गया है. इसके साथ ही फ्लाईंग स्क्वाड टीमों और स्टैटिक सर्विलांस टीमों (एफएसटी एवं एसएसटी) को भी पुलिस जाप्ता दिया गया है. जिला पुलिस अधीक्षकों को त्वरित कार्यवाही दल (क्यूआरटी),स्ट्राइक फोर्स एवं क्रिटीकल कलस्टर मोबाईल टीमों को रणनीतिक रूप से नियोजित कर क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करते हुए सघन पर्यवेक्षण के लिए पाबंद किया गया है. 

उन्होंने बताया कि प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित विधानसभा क्षेत्रों में डीएसपी या सीआई रैंक के पुलिस अधिकारियों को पुलिस पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त करते हुए उन्हें भी पुलिसकर्मी व होमगार्ड (कुल 05 कर्मी ) व 1 सैक्शन आरएसी का जाप्ता दिया गया है. वहीं लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में स्थित सभी विधानसभा क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को मय पुलिसकर्मी व होमगार्ड (कुल 05 कर्मी) जाप्ता व रिजर्व जाप्ता के विधानसभा पर्यवेक्षक अधिकारी का जिम्मा भी सौंपा गया है. इन सभी पुलिस अधिकारियों को परस्पर सतत समन्वय से शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं. 

डीजीपी ने बताया कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सीमावर्ती राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात राज्य से लगने वाली राजस्थान की सीमाओं पर सीलिंग कर 225 चौक पोस्ट स्थापित की गई है. इन पर निरंतर चैकिंग हो रही है. इन समस्त चैक पोस्ट पर 5 पुलिसकर्मी एवं 5 होम गार्ड्स का जाप्ता नियोजित कर सीसीटीवी कैमरों और वीडियोग्राफी के जरिए राउंड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को होने वाले प्रथम चरण के मतदान की समाप्ति के समय से पूर्व के 48 घंटे का साइलेंस पीरियड, जो बुधवार शाम से आरम्भ हो गया है, में निर्वाचन क्षेत्रों में शुचिता सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र के मतदाताओं के अतिरिक्त बाहरी व्यक्ति जो बिना किसी वैध कारण के क्षेत्र है, उनका प्रवेश निषेध किया गया है.  

उन्होंने बताया कि निर्वाचन से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. मतदान के बाद ईवीएम संग्रहण, ईवीएम की सुरक्षा एवं मतगणना केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था, संग्रहण एवं मतगणना के दिन यातायात एवं कानून व्यवस्था, वायरलैस संचार व्यवस्था एवं परिवहन सम्बंधी जरूरतों जैसे सभी महत्वपूर्ण टास्क के लिए जिला पुलिस को माकूल प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं किसी भी स्थान पर आकस्मिक स्थिति में पुलिस जिलों में रिजर्व पुलिस टीमें भी अलर्ट पर रहेगी,

DGP ने सभी मतदाताओं से भयमुक्त हो कर मतदान की अपील की है. पुलिस ने जिस तरीक़े की तैयारी कल होने वाल मतदान को लेकर की हैं उससे साफ़ हैं कि पुलिस किसी भी स्तिथि में कल क़ानून व्यवस्था कु ख़राब नहीं होने देगी.