केरल की राजधानी में प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत, झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में जुटे लोग

तिरुवनंतपुरम: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का, मंगलवार को केरल की राजधानी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने सहित कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के सिलसिले में वे यहां पहुंचे हैं. तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और तिरुवनंतपुरम के सांसद तथा कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उनका स्वागत किया. यहां से रेलवे स्टेशन की उनकी यात्रा एक रोड शो की तरह थी, क्योंकि हजारों लोग उनका स्वागत करने के लिए घंटों पहले से ही सड़कों के किनारे कतार में खड़े थे. लोगों ने उनके काफिले पर फूलों की बारिश भी की. एसपीजी कर्मियों से घिरे अपने वाहन के फुटबोर्ड पर खड़े होकर प्रधानमंत्री ने सड़क के किनारे मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का अभिवादन किया.

हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक के पूरे मार्ग पर हजारों लोगों के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक पार्टी के झंडे और मोदी की तख्तियां लिए एकत्र हुए थे. सड़क के किनारे हजारों लोगों के जमा होने के अलावा, रेलवे स्टेशन तक जाने वाले लगभग छह किलोमीटर लंबे मार्ग पर प्रधानमंत्री और वंदे भारत एक्सप्रेस के कटआउट भी लगाए गए थे. हवाई अड्डे से रेलवे स्टेशन तक की यात्रा के दौरान राज्य की पूरी राजधानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और सैकड़ों पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी. इस दौरान कड़े यातायात प्रतिबंध भी लगाए गए थे. प्रधानमंत्री जिस वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, वह 11 जिलों क्रमश: तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड स्‍थानों को कवर करेगी. वे यहां 3200 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. वह कोच्चि वाटर मेट्रो भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे.

कोच्चि शहर के साथ निर्बाध संपर्क के लिए बैटरी चालित इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के माध्यम से कोच्चि के आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ने वाली यह अपनी तरह की अनूठी परियोजना है. डिंडीगुल-पलानी-पलक्कड़ खंड का रेल विद्युतीकरण किया गया है प्रधानमंत्री इसे भी देश को समर्पित करेंगे. आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री विभिन्‍न रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. वे तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, वर्कला, शिवगिरी रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और निमोन व कोचुवेली सहित तिरुवनंतपुरम क्षेत्र के व्यापक विकास और तिरुवनंतपुरम-शोरानूर खंड की सेक्शनल गति में वृद्धि की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. प्रधानमंत्री तिरुवनंतपुरम में डिजिटल साइंस पार्क की आधारशिला भी रखेंगे. डिजिटल साइंस पार्क की परिकल्पना शिक्षाविदों के सहयोग से उद्योग और व्यावसायिक इकाइयों द्वारा डिजिटल उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने के लिए एक प्रमुख शोध सुविधा के रूप में की गई है. सोर्स- भाषा