परीक्षा पर चर्चा में पीएम मोदी ने दिया सफलता का मंत्र, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां जीवन के लिए जरूरी, पढ़ने के साथ स्वास्थ्य पर भी दें ध्यान

नई दिल्लीः परीक्षा पे चर्चा 2024 का 7वां संस्करण आज 29 जनवरी को आयोजित किया गया. इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर के स्टूडेंट्स से सीधे संवाद करके अपने परीक्षा के तनावों को दूर करने के लिए टिप्स दी. जहां स्टूडेंटस के प्रश्न पर मोदी ने लाइव उतर दिए. कार्यक्रम भारत मंडपम, आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में सुबह 11 बजे से आयोजित किया गया.. 

मोदी ने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां जीवन के लिए जरूरी है. PM मोदी ने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से परीक्षा में होने वाले तनाव और सफलता की तैयारी पर चर्चा की. PM मोदी ने कहा कि पढ़ने के साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें. 

इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी  ने कहा कि मैंने अभी बच्चों की एग्जीबिशन देखी. वो इतनी अच्छी थी कि मुझे इसे देखने में काफी समय लग जाता. बच्चों से पीएम ने ये भी कहा कि आप लोग जिस जगह (भारत मंडपम, प्रगति मैदान) बैठे हुए हैं, वहां दुनिया के कई बडे-बडे नेता चर्चा कर चुके हैं. मोदी ने बच्चों के एग्जाम प्रेशर पर परिवार के रोल पर बात करते हुए कहा कि कभी पिता बच्चों को बोलते रहते हैं, पिता चुप हो जाते हैं तो मां बोलने लगती हैं. फिर बड़ा भाई बोलने लगता है. कई बच्चे इसे सकारात्मक लेते हैं. लेकिन माता-पिता को ज्यादा समझाने से बचना चाहिए. इससे भी बच्चों पर प्रेशर पड़ता है.

परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव का सामना करने पर पीएम मोदी ने कहा कि हमें छोटी-छोटी गलतियों से बचना चाहिए. ड्रेसिंग सेंस, खाने-पीने का तनाव तो बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए. परीक्षा शुरु होने तक किताब से चिपके ना रहें. परिक्षा शुरु होने कुछ देर पहले मन को शांति दें. एग्जाम हॉल में सुकून से बैठें, दोस्तों से हंसी-मजाक करें. डीप ब्रीथिंग करें 8-10 मिनट खुद के लिए जिए, फिर जब आपके हाथ में पेपर आएगा, तो आपको तनाव बिल्कुन भी नहीं होगा.

कैसे करें दोस्‍तों से स्‍पर्धाः
पीएम ने कहा कि एक वीडियो में कुछ दिवयांग बच्चे दौड़ लगा रहे थे, इतने में एक बच्चा गिर जाता है, लेकिन बाकी बच्चों ने पहले उस बच्चे को खड़ा किया फिर दौड़ना शुरू किया. सचमुच में ये वीडियो दिवयांग बच्चों के जीवन का भले ही होगा लेकिन यह हमें बहुत बड़ा संदेश देता है. आपको अपने दोस्त से नहीं बल्कि खुदसे प्रतिस्पर्धा करनी है.