वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन बृहस्पतिवार को भारत द्वारा जनरल एटमिक्स एमक्यू-9 रीपर सशस्त्र ड्रोन की खरीद को लेकर एक बड़े समझौते की घोषणा करने वाले हैं. व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी.इस कदम से न सिर्फ हिंद महासागर में भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और निगरानी की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि चीन से लगती सीमा पर भी यह कारगर साबित होगा.
जनरल एटमिक्स एमक्यू-9 रीपर 500 प्रतिशत अधिक पेलोड का वहन कर सकता है और यह पूर्व के एमक्यू-1 प्रेडेटर की तुलना में नौ गुना हॉर्सपावर की क्षमता वाला है. यही नहीं, एमक्यू-9 यूएवी (ड्रोन) लंबे समय तक टिके रहने, लगातार निगरानी और हमला करने की क्षमता प्रदान करता है.जनरल एटमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम (जीए-एएसआई) के अनुसार, जनरल एटमिक्स एमक्यू-9 ‘रीपर’ 27 घंटे तक 240 केटीएएस (ट्रू एयरस्पीड इन नॉट) की गति से 50,000 फुट की ऊंचाई पर भी कार्य कर सकता है और इसकी 1,746 किलोग्राम पेलोड क्षमता है, जिसमें 1,361 किलोग्राम बाह्य भंडार क्षमता शामिल है.
दोनों नेताओं के बीच बैठक से पहले एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने के अनुरोध पर कहा कि समुद्री सुरक्षा के संबंध में, हां यह बहुत बड़ी घोषणा होने वाली है. भारत एमक्यू-9 रीपर सशस्त्र यूएवी खरीदने के लिए प्रतिबद्ध है. सोर्स भाषा