पुणे: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि स्थानीय सहकारिता क्षेत्र के प्रतिनिधि केंद्र द्वारा उनके लाभ के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों से ‘काफी खुश’ हैं.
महाराष्ट्र के पुणे जिले में बारामती लोकसभा क्षेत्र के तीन दिन के दौरे के समापन के बाद सीतारमण ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि जिन लोगों ने सहकारिता क्षेत्र का इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए किया था, उन्होंने कभी इसके लिए अलग मंत्रालय बनाने के बारे में नहीं सोचा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता मंत्रालय का गठन किया है.
उल्लेखनीय है कि बारामती राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार का गृह क्षेत्र है. पूर्व कृषि मंत्री की पार्टी की सहकारिता क्षेत्र में उल्लेखनीय उपस्थिति है. पवार की पुत्री सुप्रिया सुले फिलहाल बारामती की सांसद हैं.
योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की:
सीतारमण ने कहा कि मेरी विभिन्न सहकारी संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई, मसलन बैंक और चीनी मिलें. वे सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों से काफी खुश हैं. कराधान रियायत का विस्तार, एक सहकारिता के लंबे समय से लंबित बकाया को माफ करने जैसे कदमों की प्रतिनिधियों ने सराहना की. उनके दौर के बारे में पूछे जाने पर सीतारमण ने कहा कि उनकी कई बैठकें हुईं और उन्होंने विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. सोर्स-भाषा