आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के तरीकों पर चर्चा के लिए शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होगा शुरू

आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के तरीकों पर चर्चा के लिए शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होगा शुरू

नई दिल्ली: आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के तरीकों पर चर्चा के लिए दिल्ली में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन शुक्रवार से शुरू होगा. इसमें 75 देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

गृह मंत्रालय 18-19 नवंबर को ‘आतंकवाद के लिए कोई धन नहीं : आतंकवाद के वित्तपोषण से मुकाबले के लिए मंत्रियों का सम्मेलन’ की मेजबानी करेगा. इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेता हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन का उद्घाटन कर सकते हैं.

संकल्प से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराएगी:
सम्मेलन में आतंकवाद और आतंकवाद के वित्तपोषण की वैश्विक प्रवृत्तियों, आतंकवाद के लिए धन के औपचारिक व अनौपचारिक स्रोतों, मसलन ‘हवाला’ या ‘हुंडी’ नेटवर्क के उपयोग, उभरती प्रौद्योगिकियां एवं आतंकवाद का वित्तपोषण और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने में पेश आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जैसे विविध विषयों पर चर्चा की जाएगी.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले सप्ताह कहा था कि मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर चल रही है और वह इस बुराई के खिलाफ भारत की लड़ाई में उसके संकल्प से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराएगी.

अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच हुई चर्चा को आगे ले जाना:
दिल्ली में 18-19 नवंबर को ‘आतंकवाद के लिए कोई पैसा नहीं’ (एनएमएफटी) विषयक तीसरा मंत्रिस्तरीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मेलन का मकसद पेरिस (2018) और मेलबर्न (2019) में हुए पिछले दो सम्मेलनों में आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने के विषय पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच हुई चर्चा को आगे ले जाना है. सोर्स-भाषा