Biparjoy Cyclone in Rajasthan: आज इन जिलों में तांडव मचाएगा बिपरजॉय तूफान, जानें अब तक कहां कितनी हुई बारिश

Biparjoy Cyclone in Rajasthan: आज इन जिलों में तांडव मचाएगा बिपरजॉय तूफान, जानें अब तक कहां कितनी हुई बारिश

जयपुर: अरब सागर में उठे चक्रवात बिपारजॉय के असर से राजस्थान के कुछ हिस्‍सों में पिछले दो दिनों में अत्यधिक भारी बारिश होने के कारण हुए हादसों में सात लोगों की मौत हो गई.

मौसम विभाग ने मंगलवार को सवाई माधोपुर, कोटा और बारां जिलों में भारी बारिश की चेतावनी (ऑरेंज अलर्ट) जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार 20 जून को पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर संभागों में अनेक स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है और जोधपुर एवं बीकानेर संभागों मे भी कही-कही पर वर्षा होने की संभावना है.

मौसम विभाग ने सवाई माधोपुर, कोटा और बारां जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में भारी बारिश, मेघ गर्जन के साथ 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. पूर्वी राजस्थान के जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर संभागों में 21 जून को कुछ स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है. इसी तरह जोधपुर एवं बीकानेर संभागों मे भी कही-कही पर वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने झालावाड़, कोटा और बारां जिले के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है. इन जिलों मे तेज बारिश के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है.

 

इसी के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार और बुधवार को होने वाला बूंदी, कोटा, झालावाड़ और दौसा का अपना दौरा रद्द कर दिया है और मुख्यमंत्री मंगलवार और बुधवार को बिपारजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे.

मंगलवार को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले का दौरा करेंगे: 
गहलोत मंगलवार को बाड़मेर, सिरोही व जालोर जिले तथा बुधवार को पाली व जोधपुर जिले का दौरा करेंगे. आपदा प्रबंधन एवं राहत विभाग के सचिव पीसी किशन ने कहा कि पिछले दो दिनों में बारिश जनित हादसों में सात लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि सात में से चार मौतें राजसमंद में हुईं. अधिकारी ने कहा कि जालोर, सिरोही, पाली और बाड़मेर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.

करीब 15,000 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया:
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने पिछले दो दिनों में इन जिलों के विभिन्न स्थानों से 133 लोगों, राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों ने 123 लोगों और सेना के जवानों ने नौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. किशन ने कहा कि करीब 15,000 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक आकलन के अनुसार लगभग 8,700 कच्चे घर और 2,000 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए तथा बिजली के 8,500 खंभे गिर गए. मौसम विभाग के अनुसार रविवार से सोमवार सुबह तक सिरोही के शिवगंज में 35 सेमी, टोंक के नगरफोर्ट में 31 सेमी, राजसमंद के देवगढ़ में 27 सेमी, राजसमंद के कुंभलगढ़ में 25 सेमी, राजसमंद के आमेट में 24 सेमी, राजसमंद में 22 सेमी और अजमेर में 16 सेमी बारिश दर्ज की गई.

अजमेर में सोमवार को सबसे अधिक 100.5 मिमी बारिश दर्ज की गई:
अजमेर में सोमवार को सबसे अधिक 100.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. मौसम कार्यालय के अनुसार, मंगलवार के लिए किसी भी जिले के वास्ते कोई रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन सवाईमाधोपुर, बारां और कोटा जिलों के अलग-अलग इलाकों में अति भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं बूंदी, टोंक, झालावाड़ और करोली जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.