जयपुर: कांग्रेस के नेता सुनील शर्मा ने केरल कांग्रेस के नेता पर जयपुर डायलॉग्स के साथ संबंध और संपर्क होने का दावा करते हुए शशि थरूर से नैतिकता के आधार पर चुनाव मैदान से हटने की चुनौती दी है. शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ धार्मिक अतिवादियों, अति वामपंथी नेताओं, कुछ तथाकथित सोशल मीडिया इंफ्ल्युएंसर्स और कथित पत्रकारों ने एक लॉबी से पैसा लेकर मेरे ख़िलाफ़ झूठे और बेबुनियाद ट्वीट कर दुष्प्रचार फैलाया.
उन्होंने कहा कि जल्द ही वो अपने लीगल एडवाइज़र की सहायता से ऐसे लोगो पर एफ़आईआर दर्ज करवाने जा रहे हैं. लोकसभा के लिए पूर्व में घोषित कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा ने मंगलवार को टिकट बदले जाने के की स्थितियों पर प्रेस से रूबरू होते हुए कहा कि मुझे टिकट सर्व सम्मति से दिया गया था, कांग्रेस के बड़े नेताओ के आग्रह पर ही मैंने चुनाव लड़ने पर स्वीकृति दी थी. लेकिन इसके पश्चात् ही कांग्रेस में एक लॉबी जिसकी खुद की प्रतिबद्धता सवालों के घेरे में रही है वो सक्रिय हो गई और उन्होंने अनावश्यक एवं अनर्गल आरोप लगाए गए जिनका कोई वास्तविक आधार ही नहीं था.
1938 से कांग्रेस के लिए संघर्ष करने वाले परिवार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए गए. यहां तक कि केरल से लोकसभा के एक कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर, जिन्होंने आरोप लगाए, स्वयं ही जयपुर डायलॉग से बिजनेस क्लास सुविधाओ की मांग कर रहे और कार्यक्रमों में आने की अनुमति दे रहे थे. इसकी पूरी जानकारी अब मीडिया और ट्विटर पर उपलब्ध है जिसका थरूर ने कोई जवाब नहीं दिया. जहां तक मेरा सवाल है मेरा जयपुर डायलॉग से कोई भी लेना देना नही है, जिसे मैंने कई बार दस्तावेज के साथ सार्वजनिक मंचों पर रख अपनी स्थिति को साफ़ किया है. उन्होंने कहा की ऐसे लोग कांग्रेस के दुश्मन है, कांग्रेस की विचारधारा को समाप्त करने पर तुले हुए है और पार्टी को कमजोर करना चाहते है.
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं मैं गांधी के दर्शन में विश्वास रखता हूं मैं कांग्रेस में बना रहूंगा और जो लोग कांग्रेस को पेरियारवादी बनाना चाहते हैं उनके खिलाफ अपना संघर्ष खड़ा करूगां. पार्टी में आज असल समस्या यह है कि कुछ लोग गांधी और नेहरू को पेरियार के रास्ते पर ले जाना चाहते है. मैं कांग्रेस को गांधी व नेहरू के रास्ते पर लाना चाहता हूं हो सकता है मेरा प्रयास छोटा हो आपको लगे एक चिड़िया की चोंच का पानी हो मगर याद रखिए जब इतिहास लिखा जाएगा लोगों को लगेगा चिड़िया ने तो पानी डाला था यानी सुनील शर्मा तो कांग्रेस को गांधी और नेहरू के रास्ते पर लाना चाहते थे. मैं इसके लिए काम कर रहा हूं.
ये जो पैड ट्विट है उनपर भी FIR करवा कर मैं सबको एफआईआर की कॉपी दूंगा इस कॉपी में उन सबके नाम होंगे जो कांग्रेस को कमजोर कर रहे है वो सदा मेरे और मेरे कार्यकर्ताओं के दुश्मन है उनसे संघर्ष करते रहेंगे. यह संघर्ष एक दिन में खत्म होने वाला नहीं है यह संघर्ष कांग्रेस के षड्यंत्रकारियो के कार्यों का पर्दा उठाने के लिए है कांग्रेस के जो उद्देश्य राजस्थान में शुरू होते है. जय नारायण व्यास से वह शुरू होते हैं टीकाराम पालीवाल से, हीरालाल शास्त्री से, रामकिशोर व्यास से, दामोदरदास से, नवल किशोर शर्मा से, नरोत्तम जोशी से, निरंजन लाल आचार्य से ऐसे अनगनित लोग है. अब प्रश्न एक है जिस पार्टी के लिए सबसे ज्यादा काम जिस वर्ग ने किया हो जिसने कांग्रेस से कभी कुछ मांगा नहीं उस वर्ग के व्यक्ति के साथ ऐसा हो तो थोड़ी निराशा तो होगी.
आज राज्य के ब्राह्मणों में निराशा है घोर निराशा है मेरे पास लगातार कॉल आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर पोस्ट आ रही है व्हाट्सएप मैसेज आ रहे हैं काफी तादाद में जिसमें कहीं तो ब्रह्म हत्या करने की बात लिखी जा रही है की सुनील शर्मा की ब्रह्म हत्या हो गई ठीक है. लोगों की भावना होती है लेकिन मैं लोगों को समझाना चाहूंगा व्यक्ति नहीं विचार पर भी ध्यान दें व्यक्ति से ऊपर विचार होता है. सुनील शर्मा कुछ भी नहीं एक छोटा सा इंसान है विचारधारा के आगे एक विचार जो गांधी और नेहरू की विचारधारा है उसको वोट करो. उन्होंने कहा बुद्धि जीवी वर्ग नाराज है.