राजस्थान में छह माह से बिक रही "खतरनाक" सिरप ! केन्द्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन से दो दवाओं को लेकर जारी अलर्ट से मची खलबली

जयपुर: नकली और अमानक श्रेणी की दवाओं पर कार्रवाई के प्रति ड्रग आयुक्तालय की लचर कार्यप्रणाली का बड़ा खुलासा हुआ है.ताजा मामला मध्यप्रदेश में अमानक श्रेणी की घोषित की गई खांसी की बीमारी में उपयोगी उन दो सिरप से जुड़ा है, जो मापदण्डों पर खतरनाक साबित होने के बावजूद राजस्थान में पिछले छह माह से धडल्ले से बिकती रही.हाल ही में केन्द्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के अलर्ट के बाद जागे ड्रग आयुक्तालय में अब इस दवा की खेप को रिकॉल कराने को लेकर खलबली मची हुई है.

राजस्थान समेत देशभर में खांसी की दवा के साइड इफेक्ट के बढ़ते मामलों के बीच पूरा सिस्टम सवालों के घेरे में है.मध्यप्रदेश और राजस्थान में खांसी की दवा के सेवन से कथित तौर पर कई बच्चे मौत का ग्रास बने है.ऐसे में अब जांच पर फोकस शुरू होते ही ड्रग अधिकारियों की कार्यप्रणाली की पोल भी खुलने लगी है.कुछ ऐसा ही एक प्रकरण मध्यप्रदेश में सामने आया, जहां रेडनेक्स फार्मा की रेस्प्रीफेश टीआर दवा और शेप फार्मा की रीलिफ दवा के एक-एक बेच में डायथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा तय मानक से छह गुना मिली है.इस मामले में केन्द्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया, जिसके बाद से राजस्थान के ड्रग अफसरों में खलबली मची हुई है.इसके पीछे की वजह ये है कि रेडनेक्स फार्मा की रेस्प्रीफेश टीआर दवा के जिस बेच RO1GL2523,12/2026 को अमानक घोषित किया गया है, उसी बेच की दवा की खेप पिछले छह माह से बाजार में बिकने के लिए उपलब्ध है.ऐसे में अब आनन-फानन में ड्रग कंट्रोलर ने सभी एडीसी को अलर्ट नोटिस की कॉपी भेजकर फील्ड में से दवाओं के स्टॉक को रिकॉल और सैम्पलिंग के निर्देश दिए है.

आखिर कहां है अमानक श्रेणी में शामिल सिरप की 1400 बोतलें कहां ?:
-केन्द्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के दो दवाओं के अलर्ट से जुड़ी खबर
-रेडनेक्स फार्मा की रेस्प्रीफेश टीआर के बेच RO1GL2523,12/2026 को किया गया है अमानक घोषित
-अधिकारियों की माने तो इस दवा का सम्बन्धित बेच राजस्थान में बिकने के लिए अप्रेल 2025 से मौजूद
-जयपुर समेत एक दर्जन से अधिक जिलों में बिकने को पहुंची 2800 शीशियों का खंगाला जा रहा स्टॉक
-ऐसे में अब पिछले दो दिन में 900 दवा की बोतलें रिकॉल, पांच जगहों से सैम्पल के रूप में उठाई गई 300 बोटलें
-इसके अलावा खुद मैन्युफैक्चरर ने अपने स्तर पर रिकॉल की दवा की 150 के आसपास बोटलें
-हालांकि,अभी भी दवा दुकानों या फिर उपयोग में ली जा चुकी 1400 शीशियों के स्टॉक की जारी पड़ताल
-इस अमानक दवा के स्टॉक की एक-एक सिरप को लेकर फील्ड अधिकारियों से ली जा रही डे टू डे सूचना

क्यों आमजन के लिए खतरनाक हो सकती दवा ?:
-केन्द्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के दो दवाओं के अलर्ट से जुड़ी खबर
-मध्यप्रदेश में रेस्प्रीफेश टीआर दवा के संबंधित बैच में मिला है 0.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल
-जबकि, तय मानक अनुसार खांसी की दवा में नहीं हो सकता 0.1% से अधिक डायथिलीन ग्लाइकॉल
-एमपी के विभिन्न जगहों पर हुई मौतों के बाद हुई खांसी की सिरप की जांच में मिला था 46 % तक DEG
-यानी तय मापदण्ड से अधिक डायथिलीन ग्लाइकॉल की स्थिति में कभी भी घातक हो सकती दवा

केन्द्र सरकार के अलर्ट के बाद प्रदेश के ड्रग आयुक्तालय से लेकर फील्ड में खलबली का माहौल है.आनन-फानन में सभी एडीसी से दवा की आपूर्ति और स्टॉक के बारे में जानकारी ली जा रही है.पूरे मामले में ड्रग आयुक्त डॉ. टी.शुभमंगला का कहना है कि केन्द्र के अलर्ट के बाद फील्ड अधिकारियों को दवा को लेकर निर्देश दिए थे.रेस्प्रीफेश टीआर दवा के सम्बन्धित बेच के स्टॉक को रिकॉल करने, सैम्पल उठाने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.