अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर पर केसरिया ध्वज फहराया. इस मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज हम सबके लिए एक सार्थकता का दिन है. इतने लोगों ने सपना देखा, इतने लोगों ने प्रयास किए, इतने लोगों ने अपने प्राण अर्पण किए आज उनकी आत्मा को तृप्त हुई होगी. आज वास्तव में अशोक जी को वहां शांति मिली होगी.उन्होंने अपना प्राण अर्पण किया और अपना पसीना बहाया तथा जो पीछे रहे वो भी मन में इच्छा करते रहे कि मंदिर बनेगा-बनेगा और आज मंदिर निर्माण की शास्त्रीय प्रक्रिया पूर्ण हो गई. ध्वजारोहण हो गया.हमने इसे अपनी आंखों से देखा है.
140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक:
आपको बता दें कि पीएम मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पवित्र श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराया. ये ध्वजा 10 फीट ऊंची और 20 फीट लंबे समकोण वाले तिकोने झंडे पर एक सूरज की फोटो है और इस पर कोविदारा पेड़ की तस्वीर के साथ 'ॐ' लिखा है. इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभु श्री राम का यह भव्य मंदिर 140 करोड़ भारतीयों की आस्था, सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है.
आज अयोध्या में हर प्रकार की सुविधा:
सीएम योगी ने कहा कि मैं इस भव्य मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले सभी कर्मयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.यह पवित्र दिन उन पूज्य संतों, योद्धाओं और श्री राम भक्तों की निरंतर भक्ति और संघर्ष को समर्पित है जिन्होंने अपना पूरा जीवन इस आंदोलन के लिए समर्पित कर दिया.राम मंदिर के ऊपर फहराया गया केसरिया ध्वज धर्म का प्रतीक है, गरिमा का प्रतीक है, और सत्य, न्याय और राष्ट्रीय कर्तव्य का प्रतीक है. यह विकसित भारत के विज़न का भी प्रतीक है. उन्होंने कहा कि भगवान राम की नगरी एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है. आज अयोध्या में हर प्रकार की सुविधा है.
अभिजीत मुहूर्त में फहराया राम मंदिर पर केसरिया ध्वज:
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर पर केसरिया ध्वज फहराया. मंत्रोच्चार के साथ धर्म ध्वजा की स्थापना की गई. इस मौके पर RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे. भक्तों का इंतजार खत्म हो गया है. राम मंदिर पर ध्वज स्थापना की गई. इस मौके पर उत्तर प्रदेश की आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे.
राम दरबार में की पूजा-अर्चना:
इस मौके अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे. पीएम मोदी दिल्ली से अयोध्या से महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिये साकेत महाविद्यालय पहुंचे. पीएम मोदी साकेत महाविद्यालय से सड़क मार्ग से रोड शो की शक्ल में सप्त मंदिर पहुंचे. पीएम मोदी सप्त मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद राम मंदिर पहुंचे और गर्भगृह के साथ ही मंदिर के प्रथम तल पर निर्मित राम दरबार में भी पूजा-अर्चना की. प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा आध्यात्मिक रूप से भी बेहद खास है, क्योंकि वे मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना करेंगे और दोपहर 12 बजे मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराएंगे. यह ध्वजारोहण मंदिर निर्माण की पूर्णता और एक बड़े सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक माना जा रहा है.