VIDEO: राजस्थान यूथ कांग्रेस में गुटबाजी जारी, लगातार संगठन में बढ रहे है अनुशासनहीनता के मामले, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: कांग्रेस के अग्रिम संगठन यूथ कांग्रेस में गुटबाजी और अनुशासनहीनता थमने का नाम नहीं ले रही.लिहाजा नेतृत्व ने इसको लेकर अब कड़ी नाराजगी जताई है.पिछले दिनों प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से बिना बताए नदारद रहने वाले 224 पदाधिकारियों को एक साथ नोटिस जारी करते हुए पदमुक्त करने की चेतावनी देनी पड़ी.वहीं श्रीगंगानगर जिला अध्यक्ष के पद को होल्ड पर कर दिया. राजस्थान यूथ कांग्रेस गुटबाजी का भयंकर शिकार है.प्रदेशाध्यक्ष और दोनों कार्यकारी अध्यक्षों की अनबन के चलते संगठन में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा.जिसके चलते यूथ कांग्रेस में अनुशासनहीनता लगातार बढती जा रही है.आलम यह है कि संगठन की पिछले दिनों हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में से 90 फीसदी पदाधिकारी गैर हाजिर रहे.लिहाजा नेतृत्व ने इस एपिसोड को अनुशासनहीनता की कैटेगरी में माना है.

राजस्थान यूथ कांग्रेस गुटबाजी का शिकार:
-लगातार बढ़ रहे है संगठन में अनुशासनहीनता के मामले
-संगठन में तीन पावर सेंटर होने के चलते बढ़ रही है गुटबाजी
-पिछले दिनों प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में से 90 फीसदी पदाधिकारी रहे गायब
-बिना सूचना दिए बैठक से 224 प्रदेश पदाधिकारी रहे गैरहाजिर
-1 प्रदेश उपाध्यक्ष, 59 महासचिव,139 सचिव और 19 संयुक्त सचिव को नोटिस
-कहा-क्यों ना आपको पद से हटाने का एक्शन लिया जाए
-बिना मंजूरी के  नियुक्ति पर श्रीगंगानगर जिला अध्यक्ष  पद को किया होल्ड
-उदयपुर देहात कार्यकारी जिलाध्यक्ष के खिलाफ बनाई जांच कमेटी
-वहीं पीसीसी इंचार्ज को को संगठन ने नहीं बुलाया बैठक में
-नए संगठन प्रभारी और दोनों सहप्रभारी गुटबाजी को लेकर हुए सख्त

दरअसल यूथ कांग्रेस संगठन के चुनाव परिणाम के बाद से ही संगठन में गुटबाजी शुरु हो गई थी.प्रदेशाध्यक्ष के साथ दो कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बनाने के फैसले से तीन पावर सेंटर संगठन में बन गए.तीनों शीर्ष पद पर काबिज नेता पायलट,गहलोत और डोटासरा गुट में बंटे हुए है.जिसका असर संगठन में फिर धीरे-धीरे निचले स्तर पर भी होने लगा.यानी प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष भी अपने-अपने नेताओं के खेमों में बंट गए.

लिहाजा अब पदाधिकारियों ने बैठकों तक में आना बंद कर दिया और निष्क्रियता के चलते संगठन की गतिविधियां प्रभावित होने लगी है.लिहाजा.नए प्रभारी ने गुटबाजी पर ब्रेक लगाने के लिए सख्त रवैया अख्तियार करते हुए नोटिस देने का फैसला किया. सामने आ रहा है कि नेतृत्व ने अब आगे कड़ा एक्शन करने का फैसला ले लिया है.निष्क्रियता और अनुशासनहीनता के पैमाने पर आने वाले दिनों में कईं पदाधिकारियों की छुट्टी होना तय है.नए प्रभारी और दोनों सह प्रभारियों ने यह कवायद शुरु भी कर दी है.फिलहाल नोटिस देकर सुधार का एक और मौका पदाधिकारियों को दिया गया है.