नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में चर्चा का जवाब दे रहे है. गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा ने कहा कि कश्मीर की आवाज हमारी सरकार ने सुनी. सम्मान कई बार मदद से ज्यादा जरुरी है. परिसीमन लोकतंत्र का मूल है.
गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में चर्चा का दे रहे जवाब
— First India News (@1stIndiaNews) December 6, 2023
'कश्मीर की आवाज हमारी सरकार ने सुनी, सम्मान कई बार मदद से ज्यादा जरुरी, लोकतंत्र का मूल है...#AmitShah #LokSabha #BJP #Congress @BJP4India pic.twitter.com/yOdCXMMMJf
गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में 370 हटाना कुछ लोगों को खटकता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछड़ों-गरीबों का दर्द जानते हैं. कश्मीरियों की चिंता पहले किसी ने नहीं की. ये बिल विस्थापितों को अधिकार देने का है. कश्मीर ने लंबे समय तक आतंकवाद झेला. परिसीमन प्रक्रिया का पवित्र होना जरुरी है.
गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में चर्चा का दे रहे जवाब
— First India News (@1stIndiaNews) December 6, 2023
'2023 में पथराव की एक भी घटना नहीं हुई, 370 हटने के बाद एक भी कंकर नहीं चला, जबकि विपक्षी...#AmitShah #BJP #LokSabha #Congress @BJP4India pic.twitter.com/JpxnBw2izl
गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि साल 2023 में पथराव की एक भी घटना नहीं हुई. 370 हटने के बाद एक भी कंकर नहीं चला. जबकि विपक्षी खून की नदियां बहने की बातें करते थे. 370 हटने से आतंकी घटनाओं में कमी आई. 370 हटने से अलगाववाद में कमी आई. अलगाववाद में 70 फ़ीसदी की कमी आई है. साल 2023 में जम्मू कश्मीर में कोई हड़ताल नहीं है. हर 3 महीने में सुरक्षा की समीक्षा कर रहे. टेरर फाइनेंस पर हमारी सरकार ने रोक लगाई.