जयपुरः मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर विकास प्राधिकरण में संविदा कर्मियों के स्थान पर स्थायी कार्मिक लगाने के निर्देश दिए हैं. स्थायी कार्मिकों की भर्ती शीघ्र करने की नगरीय विकास विभाग और जेडीए के अधिकारियों को हिदायत दी है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 29 नवंबर को नगरीय विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली थी. इस बैठक के कार्यवाही विवरण नगरीय विकास विभाग की ओर से हाल ही जारी किए गए हैं. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के दिए निर्देशों की पालना के लिए नगरीय विकास विभाग ने कार्यवाही विवरण जेडीए को भेज दिया है. इस कार्यवाही विवरण के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निर्देश दिए कि जेडीए में संविदा कर्मियों के स्थान पर स्थायी कार्मिकों को लगाने के लिए खाली पदों पर शीघ्र भर्ती की जाए.
जयपुर विकास प्राधिकरण का गठन 5 अगस्त 1982 को हुआ था. उसके बाद से अब तक जयपुर शहर का तेजी से विस्तार हुआ है. ऐसे में नियोजित विकास की बढ़ती आवश्यकता के चलत जेडीए का काम पहले से काफी बढ़ गया है. जेडीए की कुल कैडर स्ट्रेन्थ 1932 है. लेकिन जेडीए के स्थापना के बाद आज तक पिछले 42 वर्षों के लंबे समय में जेडीए में कई कार्मिक सेवानिवृत हो चुके हैं. वर्तमान में स्थिति यह है कि जेडीए में स्वीकृत कुल पदों के 66 फीसदी से अधिक पद खाली चल रहे हैं. केवल करीब एक तिहाई स्टाफ के भरोसे ही जेडीए में काम चलाया जा रहा है. इस करीब एक तिहाई स्टाफ में जेडीए सेवा के अलावा प्रतिनियुक्ति पर आए कार्मिक भी शामिल हैं. जेडीए में स्टाफ की कमी का प्रतिकूल असर जेडीए के विकास,नगर नियोजन,प्रवर्तन,राजस्व,विधि व उद्यानिकी संबंधी मामलों के निस्तारण पड़ रहा है. आपको बताते हैं कि जेडीए के किस संवर्ग में कितने पद खाली चल रहे हैं.
-प्रशासनिक संवर्ग में कुल 1000 स्वीकृत पदों में से 762 पद खाली चल रहे हैं
-इस संवर्ग में उपायुक्तों के स्वीकृत 31 में से 10 पद रिक्त हैं
-तहसीलदार/नायब तहसीदार के स्वीकृत 54 पदों में से 29 पद खाली हैं
-सहायक प्रशासनिक अधिकारी के 41 में से 27 पद खाली हैं
-वरिष्ठ सहायक के 90 में से 75, कनिष्ठ सहायक के 310 में से 278, पटवारी/अमीन के 73 में से 33 पद खाली हैं
-अभियांत्रिकी शाखा के कुल 461 पदों में से 218 पद खाली हैं
-कनिष्ठ अभियंता के 271 में से 193 पद,सहायक अभियंता के 78 में से 8 पद,अधिशासी अभियंता के 44 में से 6 पद खाली हैं
-नगर नियोजन शाखा में स्वीकृत 86 में से 52 रिक्त हैं
-सहायक नगर नियोजक के 28 में से 15 पद, सीनियर ड्राफ्टसमैन के 24 में से 19 पद और
-और नगर नियोजन सहायक के 10 में से 8 पद खाली हैं
-जेडीए की वित्त शाखा के स्वीकृत 111 में से 51 पद खाल हैं
-इनमें से कनिष्ठ लेखाकार के 60 में से 43 पद खाली हैं
-विधि शाखा के स्वीकृत 45 पदों में से 28 पद खाली हैं
-कनिष्ठ विधि अधिकारी के 28 में से 19 पद खाली हैं
-जेडीए की उद्यानिकी शाखा के कुल स्वीकृत 30 पदों में से 24 पद रिक्त हैं
-प्रवर्तन शाखा में कुल स्वीकृत 94 पदों में से 57 पद रिक्त हैं
-इस शाखा में फील्ड असिस्टेंट के 20 में से 16, प्रवर्तन अधिकारी के 19 में से 9 पद,
-कांस्टेबल के स्वीकृत 30 पदों में से 20 पद रिक्त हैं
-जेडीए की सूचना प्रोद्योगिकी शाखा में 105 में से 88 पद खाली चल रहे हैं
-इस शाखा में सूचना सहायक के 88 में से 81 पद खाली हैं
जेडीए में स्वीकृत कुल 1932 पदों में से 1280 पद खाली चल रहे हैं. जेडीए में जेडीए सेवा और प्रतिनियुक्ति के कार्मिकों के अलावा अनुबंध पर कंप्यूटर ऑपरेटर और गार्ड लगे हुए हैं. जेडीए में कई शाखाओं में रोजमर्रा का काम इन कंप्यूटर ऑपरेटर और गार्ड के भरोसे है. आपको बताते हैं कि जेडीए प्रशासन ने स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए क्या कामचलाऊ व्यवस्था कर रखी और नियमित भर्ती के लिए क्या कदम उठाए हैं.
-जेडीए में सहायक नगर नियोजक,तहसीलदार/नायब तहसीलदार, पटवारी/अमीन, कनिष्ठ लेखाकार और
-कनिष्ठ सहायक के कई पदों पर संविदा पर सेवानिवृत कार्मिकों को लगाया गया है
-इसके अलावा 110 पदों पर सीधी भर्ती के लिए जेडीए ने प्रस्ताव भेज रखा है
--जेडीए की ओर से कनिष्ठ लेखाकार के 15 पदों पर भर्ती की जाएगी
-कनिष्ठ सहायक के 75 पदों और स्टेनोग्राफर के 10 पदों पर भर्ती की जाएगी
-इन तीनों संवर्गों के पदों पर भर्ती के लिए जेडीए ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को प्रस्ताव भेजा है
-इसके अलावा जेडीए की ओर से कनिष्ठ विधि अधिकारी के 10 पदों पर भी भर्ती की जाएगी
-इसके लिए जेडीए ने राजस्थान लोक सेवा आयोग को प्रस्ताव भेजा है
-कर्मचारी चयन बोर्ड और राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से जल्द इन पदों पर भर्ती की उम्मीद है.