VIDEO: प्री राइजिंग राजस्थान हेल्थ समिट का सफल आयोजन, 16,176 करोड़ रुपए के एमओयू हस्ताक्षर, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान के हेल्थ सेक्टर में निवेश के लिए आज देश-विदेश के उद्यमी राजधानी में एकजुट हुए.मौका था चिकित्सा विभाग की प्री राइजिंग राजस्थान हेल्थ समिट का, जिसका शुभारम्भ CM भजनलाल शर्मा ने किया.समिट में मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, मेडिपार्क, फार्मा, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थानों के विकास के लिए निवेशकों ने 16 हजार करोड़ से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए.इसके साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में अब तक 25,400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की राह साफ हुई है.

समिट में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित कर हमारी सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है कि हम न केवल  एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, बल्कि अगले 3-4 वर्षों में उन्हें धरातल पर भी उतारने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के छोटे और बड़े सभी निवेशकों को स्वागत है, क्योंकि वे सभी जमीनी स्तर पर आम नागरिक की सेवा करेंगे और स्वस्थ एवं समृद्ध प्रदेश की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. आयुष क्षेत्र में हुए 2,157 करोड़ रुपये के एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि हमने आयुष क्षेत्र में बड़ी संख्या में एमओयू किए हैं. आयुष न केवल भारत की विरासत और पहचान है, बल्कि यह दुनिया के सामने भारतीय संस्कृति और सदियों पुराने ज्ञान को भी प्रदर्शित करता है. दुनियाभर के लोग आयुष की ओर आकर्षित हो रहे हैं और आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं. गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में जिक्र करते हुए  मुख्यमंत्री ने कह कि स्वास्थ्य सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट है. राज्य की 88% आबादी स्वास्थ्य बीमा के दायरे में है, जो देश में सबसे अधिक है. राज्य के 2024-25 के बजट में भी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र के लिए अब तक का सबसे अधिक 28,000 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है, जो राज्य के कुल बजट का 8.26% से अधिक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल वेल्यू ट्रेवल के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं है. इसे देखते हुए राज्य सरकार जल्द ही मेडिकल वेल्यू ट्रैवल पॉलिसी एवं फार्मा सेक्टर के विकास के लिए नई फार्मा पॉलिसी लाएगी.  

राजधानी में प्री राइजिंग राजस्थान हेल्थ समिट का सफल आयोजन:
-सीएम भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में 16,176 करोड़ रुपए के एमओयू हस्ताक्षर
-स्वास्थ्य क्षेत्र में अब तक 25,400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर
-मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, मेडिपार्क, फार्मा, आयुर्वेद और
-प्राकृतिक चिकित्सा संस्थानों के विकास के लिए निवेशकों ने एमओयू पर किए हस्ताक्षर
-निवेशकों ने आयुष क्षेत्र में प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, आयुर्वेद कॉलेज,
-आयुष अनुसंधान केंद्र आदि स्थापित करने के लिए 2,157 करोड़ रुपये के एमओयू किए
-विभिन्न डिस्ट्रिक्ट समिट के जरिए चिकित्सा क्षेत्र में 9,243 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर
-राजनिवेश पोर्टल पर अब तक स्वास्थ्य क्षेत्र में 57,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले

मुख्यमंत्री ने कहा स्वास्थ्य का क्षेत्र सीधा जनसेवा से जुड़ा हुआ है। इसमें निवेश की गई एक-एक पाई लोगों के दु:ख-दर्द दूर करने का काम करेगी और उनके चेहरों पर मुस्कान लाएगी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान देने वाला व्यक्ति मानवता की सेवा कर रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा, इतनी बड़ी संख्या में एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाना सरकार द्वारा पिछले 11 महीनों में शुरू की गई नीतियों के प्रभावों को दर्शाता है. यह नये निवेश न केवल राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए नए स्वास्थ्य सेवा संस्थान, मेडिकल कॉलेज और वेलनेस सेंटर लाएंगे, बल्कि युवाओं के लिए लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे. विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौर ने कहा कि राजस्थान अपनी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, आकर्षक नीतियों और कुशल कार्यबल के कारण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निवेश का एक प्रमुख गंतव्य बन गया है.

प्रसव से लेकर उपशामक (पैलिएटिव) देखभाल तक, जीवन के सभी चरणों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.कार्यक्रम के अंत में राजस्थान सरकार के चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने कहा कि बड़ी संख्या में एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ स्वास्थ्य प्री-समिट सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और विभाग अब इन निवेश प्रस्तावों के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की दिशा में काम करेगा.