जयपुर : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों के बाद सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और सड़क सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रदेशभर में 4 से 18 नवम्बर तक 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है, अभियान में हर रोज प्रभावी कार्रवाई की जा रही है.
सड़क सुरक्षा अभियान के तहत परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने अब तक बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है. विभाग द्वारा 9 नवम्बर तक कुल 10,604 वाहनों के चालान किए गए हैं. इनमें मालवाहक वाहनों पर ओवरलोडिंग के 707 चालान, मालवाहक वाहनों में यात्री मिलने पर 260 चालान और अन्य नियमों के उल्लंघन पर 7035 चालान शामिल हैं.इसी प्रकार यात्री वाहनों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने पर 125 बसों, छत पर सामान रख संचालन करने पर 25 बसों और अन्य उल्लंघनों पर 1233 चालान किए गए हैं. विभाग ने 264 चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किए, जबकि 59 वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द किए गए हैं.
इसके अतिरिक्त 482 वाहनों को सीज तथा 30 वाहनों के परमिट भी निरस्त किए गए हैं. विभाग अन्य प्रकरणों में भी निरंतर कार्रवाई कर रहा है.सड़क सुरक्षा अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है. विभाग ने 10 नवम्बर को राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर चलने वाले 1628 व्यावसायिक वाहन चालकों की नेत्र जांच की, जिसमें कमजोर दृष्टि वाले 278 चालकों को निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए. अब तक विभाग द्वारा 6672 चालकों की नेत्र जांच की जा चुकी है और 1067 चालकों को चश्मे वितरित किए जा चुके हैं, जिससे सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा मिल रहा है.
अभियान की सफलता के लिए राज्य के कई विभागों और जिला प्रशासन ने मिलकर काम किया है. पुलिस विभाग द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ निरंतर सख्त कार्रवाई की जा रही है. सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) ने विभिन्न जिलों में सड़क किनारे की झाड़ियां हटाने, स्पीड ब्रेकर दुरुस्त करने, चेतावनी संकेतक एवं साइन बोर्ड लगाने, और अनाधिकृत कट बंद करने जैसे कार्य किए हैं.नगरीय विकास एवं स्थानीय निकाय विभाग ने शहरों में फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त करने, रोड लाइट्स को दुरुस्त करने, तथा निराश्रित पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भेजने जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
राज्य सरकार का यह अभियान सड़क सुरक्षा को लेकर जन-जागरूकता बढ़ाने और यातायात व्यवस्था को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा को जनआंदोलन का रूप देने की दिशा में यह पहल प्रदेश में सकारात्मक परिणाम दे रही है.