झालावाड़ में स्कूल हादसा प्रकरण: नरेश मीणा को पुलिस ने लिया हिरासत में, घटना से नाराज परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल के बाहर बैठे धरने पर

झालावाड़ में स्कूल हादसा प्रकरण: नरेश मीणा को पुलिस ने लिया हिरासत में, घटना से नाराज परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल के बाहर बैठे धरने पर

झालावाड़: झालावाड़ में स्कूल हादसा प्रकरण मामले में बड़ी खबर मिल रही है. घटना से नाराज परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे है.  झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद बच्चों के परिजनों के बीच नरेश मीणा अस्पताल पहुंचे थे. पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया. अस्पताल परिसर में तैनात पुलिस का भारी जाब्ता किया गया. पुलिस के आलाधिकारी समझाइश के प्रयास कर रहे ​है. आपको बता दें कि झालावाड़ स्कूल हादसे में बड़ा एक्शन लिया गया है. मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की. स्कूल के सभी 5 शिक्षकों को निलंबित किया. एक प्रबोधक को भी निलंबित किया गया. मामले में प्रारंभिक लापरवाही मानते हुए कार्रवाई की. आपको बता दें कि झालावाड़ के मनोहरथाना में स्कूल की बिल्डिंग अचानक गिरने से अब तक 7 बच्चों की मौत हो चुकी है और 34 बच्चे घायल हुए हैं. 

मृतकों में 4 मनोहरथाना और 3 झालावाड़ के निवासी हैं. वहीं 12 गंभीर बच्चों का झालावाड़ में इलाज जारी है. 9 बच्चों का मनोहर थाना अस्पताल में इलाज जारी है. 6 बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है. जिसकी जानकारी झालावाड़ SP अमित कुमार बुडानिया ने दी है. इस हादसे को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी. सभी घायल बच्चों का सरकारी खर्चे पर इलाज कराया जाएगा. सभी सीनियर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.

लापरवाहों पर होगी कार्रवाई:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिला कलेक्टर एवं अधिकारियों को उपचार में कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि घायलों को बेहतर इलाज मिले. पूरे मामले की निश्चित रूप से जांच की जाएगी और लापरवाहों पर कार्रवाई होगी. 

ग्रामीणों ने अकलेरा रोड पर गुराड़ी चौराहे के समीप लगाया जाम:
वहीं इस हादसे को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. जिसके चलते आक्रोशित ग्रामीणों ने अकलेरा रोड पर गुराड़ी चौराहे के समीप जाम लगाया है. और वहप्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल का भवन काफी ज्यादा पुराना था. इसको लेकर कई बार शिकायत भी की गई थी. लेकिन जिम्मेदारों ने कभी सुध नहीं ली. अब ये हादसा हो गया है.