जयपुरः जयपुर साउथ इलाके में रहने वाले लाखों बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर है. भीषण गर्मी में बेहाल बिजली आपूर्ति को लेकर चर्चाओं में रहे सांगानेर इलाके में सुधार के लिए अब जल्द ही छह नए बिजली दफ्तर खोले जाएंगे. जयपुर डिस्कॉम प्रशासन के इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को वित्त विभाग ने मंजूरी दे दी है. संभवतया, एक दो दिन में नए दफ्तरों को खोलने के प्रशासनिक आदेश भी जारी हो जाएंगे. आखिर इस फैसले के क्या है मायने और उपभोक्ताओं को कैसे मिलेगी राहत.
बिजली उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए ऊर्जा विभाग ने हर स्तर के दफ्तर के लिए मापदण्ड तय कर रखे है. .लेकिन फील्ड के हालात पर गौर फरमाए तो ये मापदण्ड कई दफ्तरों में पूरी तरह से हवा-हवाई साबित हो रहे है. जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को दिक्कतों के रूप में उठाना पड़ता है. अकेले जयपुर शहर की बात की जाए तो आधा दर्जन से अधिक सहायक अभियंता कार्यालय ऐसे है, जहां उपभोक्ताओं की संख्या 50 हजार को पार कर चुकी है. इन दफ्तरों में अत्यधिक बिजली उपभोक्ताओं के चलते सेवाएं किस कदर प्रभावित हो रही है, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण हाल ही में भीषण गर्मी के दौरान बेपटरी हुई बिजली आपूर्ति के रूप में देखा गया. अकेले मानसरोवर, सांगानेर, प्रतापनगर और जगतपुरा इलाके के उपभोक्ताओं को दिन हो रात, आपूर्ति के लिए जुझना पड़ा. .सीएम भजनलाल शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में सामने आई इस तरह की दिक्कतों पर डिस्कॉम प्रशासन ने तत्काल एक्शन लेते हुए नए दफ्तरों का प्रस्ताव तैयार किया है,जिसे अब वित्त विभाग की मंजूरी मिल चुकी है
नियमानुसार ये है बिजली दफ्तरों का मापदण्ड
- 90000 उपभोक्ताओं पर खुलना चाहिए एक अधिशासी अभियंता कार्यालय
- शहरी क्षेत्र में 28000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 22000 उपभोक्ताओं पर होना चाहिए एक AEN दफ्तर
- शहरी क्षेत्र में 9000 और ग्रामीण क्षेत्रों में 7000 उपभोक्ताओं पर होना चाहिए एक JEN दफ्तर
यूं खोले जाएंगे बिजली के नए दफ्तर
सबडिवीजन :::::::::::::::::::उपभोक्ताओं की संख्या::::::::::::::::::::::::नया खुलने वाला बिजली दफ्तर
मानसरोवर :::::::::::::::::::: 61804 ::::::::::::::::::: पत्रकार कॉलोनी
सांगानेर ::::::::::::::::::::::: 70804 ::::::::::::::::::: मुहाना मण्डी
प्रतापनगर :::::::::::::::::::: 60883 ::::::::::::::::::: शिकारपुरा
जगतपुरा :::::::::::::::::::::: 49056 ::::::::::::::::::: एनआरआई कॉलोनी
इसके अलावा सीतापुरा में एक अधिषासी अभियंता कार्यालय और सीतापुरा में एक एचटीएम कार्यालय खोलने की भी मंजूरी मिली है उपभोक्ताओं के लिहाज से राहत के रूप में देखी जा रही जयपुर डिस्कॉम प्रशासन की इस कवायद में कुछ चूक भी सामने आई है. वीवीआईपी इलाके में शुमार सांगानेर के बिजली दफ्तरों में उपभोक्ताओं के हिसाब से नए दफ्तर खोलने के प्रस्ताव तो मंजूर हो गए, लेकिन सर्वाधिक उपभोक्ताओं का बोझ झेल रहे झोटवाड़ा और मुरलीपुरा सब डिवीजन को लेकर प्रस्ताव बनाने में ही लेटलतीफी की गई. नतीजन, अभी तक दोनों दफ्तरों के प्रस्ताव विचाराधीन है
इन दफ्तरों पर भी प्रसंज्ञान लें डिस्कॉम
झोटवाड़ा :::::::: 74971
मुरलीपुरा ::::::: 51332
पिछली सरकार के कार्यकाल में भी नए दफ्तर खोलने की कवायद की गई थी,लेकिन तब वास्तविक जरूरत को दरकिनार करते हुए जयपुर में दो अधीक्षण अभियंता कार्यालय को ही मंजूरी दी गई. .जबकि जरूरत थी आधा दर्जन से अधिक सहायक अभियंता कार्यालय खोलने की. हालांकि, स्कॉम की नई पहल बिजली उपभोक्ताओं के लिहाज से स्वागतयोग्य है,लेकिन ये तभी प्रभावपूर्ण साबित हो पाएगी, जब झोटवाड़ा-मुरलीपुरा बिजली दफ्तर के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिले. उम्मीद है कि उपभोक्ताओं के हित को देखते हुए इन प्रस्ताव पर भी जल्द मुहर लगेगी