आखिर वोटर अधिकार यात्रा से क्या मिला विपक्ष को, इंडिया गठबंधन दलों की एकजुटता का गया मैसेज, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः बिहार में वोटों की गड़बड़ी को लेकर विपक्ष की निकाली गई यात्रा समाप्त हो चुकी है. 16 दिन चली इस यात्रा को लेकर अब सभी यही आकलन कर रहे है कि आखिर चुनाव से ठीक पहले हुई इस यात्रा से विपक्ष को कितना सियासी फायदा मिलेगा. यात्रा में जो भीड़ उमड़ी वो क्या वोटों में तब्दील हो पाएगी.

बिहार में चुनाव से पहले हुई महागठबंधन की यात्रा अब समाप्त हो चुकी है. 16 दिन में 23 जिलों से गुजरी 1300 किलोमीटर की इस यात्रा ने 67 विधानसभा सीटों को कवर किया. यात्रा के जरिए महागठबंधन ने वोटों की चोरी और गड़बड़ी को मुद्दा बनाया. लेकिन अब सभी का यही एक सवाल है कि आखिर इस यात्रा से विपक्ष को क्या मिला?. जानकारों की माने तो यात्रा का सबसे ज्यादा कांग्रेस को मिला है. यात्रा को मिले अच्छे रिस्पॉन्स से बिहार में कांग्रेस को नई ऑक्सीजन मिल गई है. लेकिन भीड़ वोटों में बदलेगी यह अभी बिल्कुल तय नहीं है.

आखिर बिहार की यात्रा से क्या मिला विपक्ष को?
16 दिन,23 जिले,1300 किमी और 67 विधानसभी सीटों से गुजरी यात्रा
यात्रा के जरिए वोटों की चोरी को बनाया मुद्दा
यात्रा से कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा हुआ
कांग्रेस संगठन और कार्यकर्ताओं में हुआ नई ऊर्जा का संचार
कांग्रेस यात्रा से खुद को आरजेडी के बराबर खड़ा करने में हुई सफल
यात्रा में महागठबंधन के अन्य दलों में आपस में दिखी अच्छी कैमेस्ट्री
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव में दिखी बेहतर ट्यूनिंग 
इंडिया गठबंधन की एकजुटता का गया यात्रा से मैसेज
लेकिन भीड़ का वोटों में तब्दील होना अभी तय नहीं
वहीं पीएम मोदी मां के लिए अपशब्दों के इस्तेमाल से हुआ बड़ा नुकसान

एक्सपर्ट का कहना है कि यात्रा से कांग्रेस संगठन के हिसाब से जरुर फायदे में दिख रही है. क्योंकि यात्रा से पहले बिहार में कांग्रेस का संगठन लगभग खत्म हो चुका था. कांग्रेस की इमेज पहले आरजेडी के भरोसे चुनाव लड़ने की थी. लेकिन अब यात्रा के बाद यह सियासी सेनेरियो बदल गया है और वह आरजेडी के बराबर आ खड़ी है. ऐसे में अब कांग्रेस टिकट वितरण के दौरान अच्छा प्रेशर आरजेडी पर बनाएगी.

वहीं यात्रा के दौरान कईं कंट्रोवर्सी भी हुई जिससे विपक्ष को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. सनातन धर्म और बिहारियों के खिलाफ टिप्पणी करने वाले तमिलनाडु सीएम स्टालिन को यात्रा में बुलाने से गलत मैसेज गया. वहीं कांग्रेस के मंच से पीएम की मां को दी गई गाली से बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. बीजेपी ने पूरी तरह से अब इसको चुनावी मुद्दा बना लिया है. अब चुनाव परिणाम ही बताएंगे कि वोटर अधिकार यात्रा से विपक्ष को कितना फायदा मिलता है. 

आखिर वोटर अधिकार यात्रा से क्या मिला विपक्ष को
यात्रा से सबसे ज्यादा फायदा मिला कांग्रेस को
चुनाव से पहले कांग्रेस संगठन था कमजोर और कार्यकर्ता हताश
यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुआ नई ऊर्जा का संचाल
इंडिया गठबंधन दलों की एकजुटता का गया यात्रा से मैसेज
हालांकि भीड़ का वोटों में बदलना अभी नहीं तय
पीएम मोदी की मां को गाली देने से हुआ बड़ा नुकसान
बीजेपी ने मां को गाली देने को बनाया चुनावी मुद्दा