85वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बोले-आध्यात्म और बौद्विकता की धरा बिहार हम सबके लिये प्रेरणा

पटना: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बिहार की राजधानी पटना में 85 वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन का उद्घाटन किया.बिहार विधानसभा में आज से शुरू हुए इस दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर के विधानसभा स्पीकर और सभापतियों के अलावा बिहार सरकार के मंत्री-विधायक भी शरीक रहे. बिहार विस में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आध्यात्म और बौद्विकता की धरा बिहार हम सबके लिए प्रेरणा है.

यहां हो रहा पीठासीन सम्मेलन का विचार-विमर्श हमें लोकतांत्रिक संस्थाओं के सशक्तिकरण के नए आयाम सुझाएगा. अच्छे-जनहितकारी कानून बनाकर सदन को आम आदमी के करीब लाना ही लक्ष्य है. हमारा संविधान दुनिया के लोकतंत्र का पथ प्रदर्शक है. सम्मेलन में अपने संबोधन में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राज्यों के विधायी निकायों में बैठकों की घटती तादाद और सदन में हंगामे और वैल में नारेबाजी जैसे प्रकरणों को लेकर चिंता का इजहार किया और कहा कि सभी राजनैतिक दलों को साथ आकर इस संबंध में आचार संहिता बनाने की जरुरत हैं.

जनप्रतिनिधि चयन के समय लगाई आम आदमी की आशा-अपेक्षा पूरा करने का मंच सदन ही हैं और संविधान की मूलभावना के अनुरुप सदन समेत हमारी सभी लोकतांत्रिक संस्थाएं हो. इसकी पहली जिम्मेदारी हम सभी चुने हुए प्रतिनिधियों की हैं. सम्मेलन के दौरान संसदीय पद्वति एवं प्रक्रिया पुस्तक के 5 वें हिन्दी और 8 वें अंग्रेजी संस्करण का भी विमोचन हुआ.

इससे पहले बिहार विधानसभा स्पीकर नंदकिशोर यादव ने विधानपरिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह के साथ विधानसभा में लोकसभा स्पीकर ओमबिरला की अगवानी की और कहा कि ये सम्मेलन देशभर के राज्य विधायी निकाय प्रतिनिधियों को बिहार से रूबरू कराने का एक अवसर भी हैं. उन्होंने सम्मेलन में बिहार के विरासत से विकास पर केंद्रित लघुफिल्म का भी प्रदर्शन कराया. इस दौरान राज्यसभा उपसभापति हरिवंश,बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी,विधानसभा उपाध्यक्ष और विधानपरिषद उपसभापति भी बिरला के साथ मंच पर मौजूद रहे.