जयपुर: जयपुर और अजमेर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में मानसून पूर्व की तैयारियों का जायजा लिया गया. जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय त्यागी ने बांध पर सभी गेट, पाल और अन्य तकनीकी संसाधनों की जानकारी ली. उन्होंने फ्लड के दौरान की तैयारियों का मौके पर प्रेक्टिकल करवाया. ड्राउन स्ट्रीम में बनी रिटेनिंग वॉल का निरीक्षण भी किया गया.
आगामी मानसून में जून से अगस्त के दौरान ना नीना की स्थिति बेहतर रह सकती है. ऐसे में राजस्थान को भी आस है कि मानसून की मेहर बरसेगी और बीसलपुर बांध पर चादर चलेगी. इसी को देखते हुए चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है. बांध रिहैबिलिटेशन एंड इंप्रूवमेंट प्रोग्राम के तहत 30 करोड़ रुपए के सुधार कार्य करवाए गए हैं. जिनका अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय त्यागी ने जायजा लिया. मौके पर अभियंताओं ने जानकारी ली गई कि मानसून के दौरान फ्लड आएगा तो किस तरह गेट खोले जाएंगे और पानी को डाइन स्ट्रीम में ईसरदा बांध की तरफ निकाला जाएगा. त्यागी ने दावा किया है कि इस मानसून ईसरदा बांध को कुछ ऊंचाई तक और अगले मानसून फूल हाइट पर भरा जाएगा.
बांध के डाउन स्ट्रीम में ढाई-ढाई सौ मीटर की रिटेनिंग वाल बनाई गई है ताकि पानी छोड़ने के बाद मिट्टी का कटाव रोका जा सके. ऐसे में किसानों की जमीन
खराब होने का डर भी दूर हो जाएगा.
बीसलपुर बांध से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर
बीसलपुर बांध पर बनाया जाएगा इंटेक वेल
अजमेर और जयपुर की अतिरिक्त सप्लाई के
के लिए बनाया जाएगा इंटेक वेल
बांध पर तय की गई इंटेक वेल की जगह
WRD के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय त्यागी ने इंटेक वेल की जगह तय की
इंटेक वेल का एस्टीमेट बनाकर जलदाय विभाग को सौंपा जाएगा
बांध पर वर्तमान में दो इंटेक वेल कार्यरत
एक इंटेक वेल से जयपुर और अजमेर को हो रही सप्लाई
दूसरे इंटेक वेल से टोंक को दिया जा रहा है पानी
121-अजय त्यागी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग
बीसलपुर बांध सुधार कार्यों का जायजा लेने के साथ ही तय किया गया कि 15 जून से बांध पर 24 घंटे पर निगरानी रखी जाएगी. साथ ही अभियंता 8-8 घंटे की ड्यूटी पर रहेंगे. उधर, मानसून की शुरुआत के साथ डेम से 100 किलोमीटर तक त्रिवेणी की जानकारी लगातार अपडेट की जाएगी. देखने वाली बात यह रहेगी कि बीसलपुर बांध पर चादर चलेगी तो किस तरह की व्यवस्था को अंजाम दिया जाएगा.