VIDEO: अशोक गहलोत के सियासी तीर, कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर किया बड़ा हमला, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देकर इशारों इशारों में पार्टी के भीतर व बाहर के नेताओं पर निशाना साधा है. गहलोत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को "नॉन परफॉर्मिंग असेट" बताया, वहीं पार्टी के कुछ नेताओं को इशारे से कहा कि वे पार्टी के लिए एसेट बने, लायबिलिटी नहीं. गहलोत ने कहा कि कई अवसरवादी गद्दार भी पार्टी में रहते है.

प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों से एक बार फिर राजनीति में उबाल आ गया है. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुण्यतिथि पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में नेहरू को याद करने के बाद गहलोत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं पर जमकर हमला बोला. साथ ही पार्टी के भीतर के कुछ नेताओं को भी इशारों इशारों में सीख दे दी. पिछले दिनों गहलोत ने एक बयान जारी करके कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को "नॉन परफॉर्मिंग असेट" बताया था. गहलोत ने कहा था कि  ये नेता ही अब भाजपा के लिए लाइबिलिटी बन गए हैं और भाजपा के कार्यकर्ता निराश हो गए है. 

लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान में भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता भाजपा में शामिल हुए थे. गहलोत ने अपने बयान में कहा था कि BJP की इन चुनावों में बुरी हालत होने का एक कारण कांग्रेस के "नॉन परफॉर्मिंग असेट" कैटिगिरी के सैकड़ों नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करना रहा. कांग्रेस से ऐसे नेताओं के बाहर जाने से कार्यकर्ताओं को अधिक मौका मिला और BJP पर ऐसे नेता लाइबिलिटी बने जिससे उनका खुद का कार्यकर्ता निराश हो गया. 

अंहकार की अति BJP के पतन का कारण बन रही है. इस बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा में शामिल हुए सुरेश मिश्रा ने गहलोत पर पलटवार किया था, लेकिन गहलोत ने आज पीसीसी में मीडिया से बातचीत में दो कदम और आगे बढ़ते हुए कहा कि कई अवसरवादी गद्दार भी पार्टी में रहते हैं. पार्टी छोड़कर गए लोग नॉन परफ़ॉर्मिंग एसेट हैं. गहलोत बोले - नाकारा, निकम्मा, गद्दार और पीठ में छुरा घोपनें वाले हैं. पांच साल इन्होंने राज किया और जब पार्टी संकट में थी, तब छोड़कर चले गए.

अशोक गहलोत का बागियों पर बड़ा बयान
कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं को "नॉन परफॉर्मिंग असेट" बताया
नाकारा, निकम्मा व पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया गहलोत ने
कहा - पांच साल तक ऐसे लोगों ने राज किया
जब कांग्रेस पार्टी संकट में थी, तब पार्टी छोड़कर चले गए

वहीं अशोक गहलोत ने किसी को नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस पार्टी ने नौजवानों को खूब मौके दिए है, लेकिन जो गद्दारी करते है, छुरा घोंपते हैं, वे भी पार्टी में रहते है, लेकिन यह अवसरवादिता है. गहलोत ने कहा कि मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि आने वाला कल आपका है, युवा पीढ़ी का है, ऐसे में इन लोगों को चाहिए कि वे पार्टी के लिए खुद को तैयार करे. गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि ये लोग कांग्रेस के लिए एसेट बने, लायबिलिटी नहीं. अशोक गहलोत ने कांग्रेस में कुछ लोग अपने ही पार्टी के उम्मीदवार को हराने की या नुकसान पहुंचाने का काम करते है. गहलोत ने कहा कि चुनाव में मैं नहीं देखता कि जो खड़ा हो गया वह कौन है और किससे टिकट लाया है. मैं सिर्फ उसको जीताने का काम करता हूं, यह नहीं करता कि इसको हरा दो, लेकिन कुछ लोग ऐसा करते है. उनको यह आदत छोड़नी चाहिए.

अशोक गहलोत के बयान ने मचाई सियासी हलचल
कहा - जो गद्दारी करते है, छुरा घोंपते हैं, वे भी पार्टी में रहते है
अशोक गहलोत ने कहा ऐसे लोग अवसरवादी है
गहलोत बोले - ऐसे लोग कांग्रेस के लिए एसेट बने, लायबिलिटी नहीं
गहलोत बोले - जो कांग्रेस का उम्मीदवार होता है, मैं उसकी जीत में लग जाता हूं
लेकिन कुछ लोग हराने या नुकसान पहुंचाने का काम करते है
कांग्रेस में रहने वाले ऐसे लोगों को यह आदत छोड़ देनी चाहिए

दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान कांग्रेस को राजस्थान सहित देशभर में बड़े झटके लगे. पार्टी के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए. राजस्थान में तो पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सात नेता भी इस बार भाजपा में शामिल हो चुके हैं. उनके अलावा कई पूर्व मंत्री और विधायकों सहित सैकड़ों कांग्रेसी नेता अब भाजपा के हो चुके हैं. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के कई नजदीकी नेता भी कांग्रेस को अलविदा कह चुके हैं. 

मानवेंद्र सिंह जसोल, डॉ. ज्योति मिर्धा, रिजु झुनझुनवाला, गोपाल सिंह शेखावत, ज्योति खंडेलवाल, रामपाल शर्मा व सुभाष महरिया ने पिछली बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार वे भाजपा में शामिल हो गए. पूर्व कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारिया, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, राजेंद्र यादव, चंद्रशेखर बैद, गिर्राज सिंह मलिंगा, नंदकिशोर महरिया, रिछपाल मिर्धा, आलोक बेनीवाल, जेपी चंदेलिया, शिमला बावरी, नंदलाल पूनिया, डॉ. करण सिंह यादव, शंकर पन्नू, सुरेश चौधरी, पंडित सुरेश मिश्रा, पूर्व विधायक विजयपाल मिर्धा सहित कांग्रेस के सैकड़ों नेता भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं.