जयपुरः राजस्थान में 70 फीसदी मतदाताओं को SIR के तहत दस्तावेज नहीं देने होंगे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि बिहार से सबक लेते हुए बिहार के SIR से लेकर अभी तक के समय का उपयोग करते हुए राजस्थान ने मतदाताओं की मैपिंग की जिसके चलते यह संभव हो पाया जिसके चलते प्रदेश गुजरात, एमपी,यूपी, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ से कहीं आगे है.
भारत निर्वाचन आयोग की कल राजस्थान सहित 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम-SIR की घोषणा के बाद आज से प्रदेश में इसे लेकर काम शुरू हो गया. बिहार के SIR से लेकर अभी तक के समय का उपयोग करते हुए राजस्थान ने मतदाताओं की सघन मैपिंग की जिसके चलते अब 70 फीसदी मतदाताओं को अपना दस्तावेज नहीं देना होगा.
राजस्थान में SIR को लेकर आंकड़े-
राज्य में कुल बूथ 52490, 1200 से ज्यादा वाले वोटर्स के आधार पर पुनर्गठन बाद बूथ 61309
नवसृजित बूथ 8819, अब 1 बूथ पर वोटर्स-890
मौजूदा बीएलओ 52490,निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी 200, ero-854
SIR की खास बातें
सत्यापन दस्तावेजों में आधार भी शामिल है और यह वैकल्पिक दस्तावेजों में शामिल है.
बीएलओ 3 बार मिलने की कोशिश करेगा फिर फॉर्म घर पर रखेगा, नोटिस चस्पां करेगा
वोटर लिस्ट सीईओ के पोर्टल पर उपलब्ध
मतदाता को EF भरने में करेंगे मदद, ऑनलाइन EF भी भर सकते हैं
मृत, स्थाई रूप से स्थानांतरित,1 से ज्यादा स्थानों पर पंजीकृत वोटर्स की होगी पहचान
गणना चरण में EF के साथ नहीं लिया जायेगा दस्तावेज
गणना प्रपत्र साइन होकर आए वे होंगे ड्राफ्ट रोल में शामिल
जिनके फॉर्म नहीं मिले उन्हें नोटिस दिया जाएगा
दस्तावेजी सबूत लेकर गुण अवगुण के आधार पर निर्णय होगा कि
अंतिम मतदाता सूची में वह वोटर शामिल हो या नहीं
Ero ke निर्णय के विरुद्ध डीएम और फिर सीईओ को अपील की जा सकती है
यह बिहार से अलग है
मतदान बनने के लिए भारत का नागरिक,18 वर्ष का होना, अयोग्य नहीं होना है पात्रता
54884570 राजस्थान की कुल मतदाता संख्या
भौतिक मैपिंग हुई 70.55%, , 40 साल से ज्यादा आयु के 22.22% वोटर्स की मैपिंग
79.32% ऐसे वोटर्स की हुई मैपिंग जो 40 साल से कम आयु के वोटर्स हैं
70.55% से ज्यादा मतदाताओं को SIR की घोषणा के साथ ही कोई दस्तावेज देने की जरूरत नहीं
ECI NET पर कुल मैपिंग 49.37%
बीएलओ एप पर मैपिंग सतत जारी रहेगी, आंकड़ा वहां फ्रीज नहीं होगा
1987 से पहले का जन्म है वह पिछले SIR में शामिल हैं, उसे दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं
लेकिन उनके बच्चे 18 साल के बाद के हैं तो उन्हें नाम जोड़ना होगा
ड्राफ्ट में ये आंकड़ा भी मिलेगा कि कितने मृत, कितने दूसरी जगह चले गए हैं
अब दो जगह मतदाता सूची में होना आसान नहीं
फॉर्म तो सभी मतदाताओं को भरना होगा
आनेवाले 1 माह में 82से 85 % तक मैपिंग का होगा प्रयास
जो घुमंतू परिवार हैं उनसे बात करके वोटर बनने के संदर्भ में स्पष्टता लेने के निर्देश
यह खास बात है कि SIR में अंता शामिल नहीं है और 199 विधानसभा क्षेत्र में ही यह गतिविधियां की जा रही हैं. वहीं चुनाव से जुड़े तमाम अधिकारियों के तबादलों पर रोक लगा दी है. इस दौरान विशेष रूप से वृद्ध,बीमार,गरीब और अन्य समूहों के लिए वॉलंटियर्स को नियोजित किया जा रहा है. तो वहीं एक आईटी आधारित और एक प्रक्रियागत सहायता के लिए हेल्पडेस्क बनाए जा रहे हैं.