जयपुर: शहरों में सफाई व स्वच्छता को बढ़ावा देने और केन्द्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रदेश के शहरों की रैकिंग में सुधार करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर एक अभिनव योजना लागू की गई है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से प्रदेश भर के निकायों में लागू की गई इस योजना का नाम मुख्यमंत्री सफाई मित्र सम्मान योजना है. यह योजना किस तरह शहरों की सफाई व्यवस्था में करेगी सुधार?
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश के शहरों में सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर गंभीर हैं. उन्हीं के निर्देश पर स्वायत्त शासन विभाग ने सभी निकायों में मुख्यमंत्री सफाई मित्र सम्मान योजना लागू की है. निकायों में सफाई कार्य में लगे कार्मिकों को सफाई मित्र कहा गया है. उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों का निकाय स्तर पर, जिला स्तर पर और राज्य स्तर पर चयन किया जाएगा और चयनित इन सफाई मित्रों को सम्मानित किया जाएगा. आपको सबसे पहले बताते हैं कि इनके चयन की क्या होगी प्रक्रिया.
-नगर पालिका स्तर पर उपखंड अधिकारी,अधिशासी अधिकारी और कनिष्ठ अभियंता की तीन सदस्यीय कमेटी,
-नगर परिषद स्तर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर,आयुक्त और सहायक अभियंता की तीन सदस्यीय कमेटी और
-नगर निगम स्तर पर नगर निगम आयुक्त,उपायुक्त स्वास्थ्य/EXENऔर मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक की कमेटी सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले सफाई मित्र का चयन करेगी
-निकाय स्तर पर चयनित सफाई मित्रों को सम्मानित करने के लिए निकाय जिला कलक्टरों को प्रस्ताव भेजेंगे
-जिला कलक्टर की ओर से गठित तीन सदस्यीय कमेटी जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र का चयन करेगी
-इन दोनों स्तर पर हर महीने चयनित सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र को सम्मानित किया जाएगा
-नगरपालिका स्तर पर चयनित सफाई मित्र को उपखंड अधिकारी,
-नगर परिषद स्तर पर चयनित सफाई मित्र को अतिरिक्त जिला कलक्टर
-और निगम स्तर पर चयनित सफाई मित्र को निगम आयुक्त की ओर से सम्मानित किया जाएगा
-हर वर्ष 2 अक्टूबर स्वच्छ भारत दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा
-प्रदेश भर के नगर निगमों में से 5, नगर परिषदों से 10 और नगर पालिकाओं से 20 सफाई कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा
-इनके अलावा राज्य स्तर पर नगर निगमों में से 3, नगर परिषदों में से 3 और
-नगर पालिकाओं से 3 मुख्य/वरिष्ठ ठोस कचरा प्रबंधकों को सम्मानित किया जाएगा
-इसी तरह पूरे प्रदेश में से 3 स्वयं सहायता समूहों और 3 गैर सरकारी संगठनों को भी राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएग
-चयनित सफाई मित्रों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा
-राज्य स्तर पर चयन के लिए स्थानीय निकाय निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी में अतिरिक्त निदेशक,मुख्य अभियंता और अधिशासी अभियंता शामिल होंगे
मुख्यमंत्री सफाई मित्र सम्मान योजना के तहत किन मापदंडों के आधार पर किसी सफाई मित्र का कार्य सर्वश्रेष्ठ माना जाएगा, उसके लिए मापदंड निर्धारित किए गए हैं. इसके अलावा जिन सफाई मित्रों का चयन नहीं हुआ, वे भी श्रेष्ठ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित हो, इसके लिए भी योजना में प्रावधान किए गए हैं.
-मुख्यमंत्री सफाई मित्र सम्मान योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्र के चयन के लिए मापदंड निर्धारित किए गए हैं
-सफाई मित्र के कार्य क्षेत्र के स्वच्छता की स्थिति और उसके क्षेत्र में रहने वाले लोगों की प्रतिक्रिया एक अहम मापदंड होगी
-इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि सफाई मित्र के खिलाफ कोई नोटिस नहीं किया गया हो जारी
-सफाई मित्र के खिलाफ कोई जांच भी लंबित नहीं होनी चाहिए
-सफाई मित्र की महीने भर में कुल उपस्थिति, कार्य की गुणवत्ता उसका व्यवहार और
-विशेष स्वच्छता अभियानों में सफाई मित्र की भागीदारी भी सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र के चयन का आधार होगी
-मुख्यमंत्री सफाई मित्र सम्मान योजना के तहत सम्मानित सफाई मित्रों की निकाय कार्यालयों में फोटोज लगाई जाएगी
-इसके लिए निकाय कार्यालयों में वॉल ऑफ फेम का निर्माण किया जाएगा
-योजना के तहत सम्मानित सफाई मित्रों की फोटोज उस वॉल ऑफ फेम में लगाई जाएगी
-सम्मानित सफाई मित्रों की फोटोज सालभर तक वॉल ऑफ फेम में लगाई जाएगी
-इसके पीछे उद्देश्य यही है कि अन्य सफाई मित्र भी इस वॉल ऑफ फेम से प्रेरणा लें