VIDEO: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान, कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने राहुल गांधी का पढ़ा संदेश , देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा निकालने का मकसद है देश की एकता ,अखंडता और भाईचारा ,यही कारण है कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का आगाज किया जा रहा है. ये कहना है कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा का. लांबा ने कहा केंद्र सरकार देश के युवाओं को पर्याप्त रोजगार नहीं दे पाई और मंहगाई आसमान छू गई. आज से राजस्थान में शुरु हो रहा है हाथ से हाथ जोड़ो अभियान. 

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के संदेश को हर घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान हाथ में लिया है.गणतंत्र दिवस से अभियान राजस्थान में शुरु हो रहा है ब्लॉक लेवल से शुरुआत होगी,नेता पदयात्राओं पर निकलेंगे ,तिरंगा यात्राएं निकाली जाएगी,राहुल गांधी के संदेश का पत्रक हर घर पहुंचाया जाएगा. यात्रा के मकसद को कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता अलका लांबा ने पत्रकारों के सामने रखा.

 हाथ से हाथ जोड़ो अभियान:
 -देश में 26 जनवरी से 26 मार्च तक जनसंवाद कार्यक्रम
-कार्यक्रमों का नेतृत्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के हाथ होगा
-अभियान के तहत भारत के 6 लाख गाँवों, 2.50 लाख ग्राम पंचायतों और 10 लाख मतदान बूथों तक पहुंचा जायेगा
-राहुल गांधी का संदेश और मोदी सरकार की नाकामियों की चार्जशीट हर घर तक पहुंचाई जाएगी

अलका लांबा दिल्ली में विधायक रह चुकी,आम आदमी पार्टी में काम किया. लेकिन AAP में जाने से पहले कांग्रेस में रही एनएसयूआई की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही  थी. लांबा ने सिलसेलावर हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की गतिविधियों को बताया. लांबा ने कहा कि चीन लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत की सीमा में न सिर्फ 2 हजार किलोमीटर तक घुसा हुआ है, बल्कि स्थाई सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पूरी रिहाइशी कॉलोनी भी बना रहा है और सत्ताधीश आंख मूंदकर बैठे हुए हैं.

अभियान के तहत ये होंगे कांग्रेस के नारे:
-साम्प्रदायिक विद्वेष से नाता तोड़ो-हाथ से हाथ जोड़ो
-महंगाई के मकड़जाल को तोड़ो-हाथ से हाथ जोड़ो
-किसानों की घटती आमदनी का रुख मोड़ो-हाथ से हाथ जोड़ो  
-आत्महत्या के दंश से नाता तोड़ो-हाथ से हाथ जोड़ो
-चीनी घुसपैठ की बाँह मरोड़ो-हाथ से हाथ जोड़ो
 
राजस्थान में पचास हजार से अधिक बूथों पर कांग्रेस का फोकस रहेगा. कांग्रेस इस अभियान के जरिए गहलोत सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने का लक्ष्य रहेगा.