करौली: मंडरायल मार्ग पर मंगलवार शाम ट्रक बोलेरो भिड़ंत में मृत 9 लोगों के शव बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपे गए. इससे पहले मृतकों के परिजनों ने आर्थिक सहायता की मांग को लेकर पोस्टमार्टम की सहमति नहीं दी. पूर्व मंत्री रमेश मीणा समर्थकों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे.
वहीं मध्य प्रदेश के विजयपुर विधायक रामनिवास रावत भी करौली अस्पताल पहुंचे. कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय मध्य प्रदेश के विजयपुर एसडीएम वीएस श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी भी जिला अस्पताल में मौजूद रहे. मंत्री रमेश मीणा ने मृतकों के परिजनों और घायलों को आर्थिक सहायता की मांग रखी.
कलेक्टर ने सहायता के लिए सरकार स्तर पर वार्ता की. मध्यप्रदेश एसडीम ने MP सरकार की ओर से 7 मृतको के लिए चार-चार लाख रुपए की सहायता की घोषणा की. वही करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो मृतको के परिजनो को 4-4 लाख रुपए, घायलों के परिजनों को 20-20 हजार रुपए की सहायता की घोषणा की.
कलेक्टर ने घायलों को अधिक सहायता राशि बढ़ाने तथा मृतकों के परिजनों को अन्य योजनाओं में लाभान्वित करने का आश्वासन भी दिया. पूर्व मंत्री रमेश मीणा सहित अन्य जन प्रतिनिधियो ने खिरकन निवासी दो मृतकों के लिए 3 लाख रुपए की सहायता दी. सहमति के बाद शवो का पोस्टमार्टम कराया गया.
सात शव मध्य प्रदेश के विजयपुर में भूतकछा के लिए और दो शव मंडरायल के मोंगेपुरा खिरकन के लिए रवाना किए गए. गौरतलब है कि कल मंडरायल मार्ग पर डूंडापुरा के समीप ट्रक बोलेरो भिड़ंत में नौ लोगों की मौत हुई थी. हादसे में घायल तीन लोगों का जयपुर एसएमएस में और एक तीन वर्षीय बालिका का करौली अस्पताल में उपचार किया जा रहा है.