जयपुर: राजस्थान में संगठन सृजन अभियान के तहत कांग्रेस के नए जिला अध्यक्षों के चयन के लिए पर्यवेक्षकों की रायशुमारी का काम कंप्लीट हो चुका है. अब छह-छह नामों के पैनल सहित पर्यवेक्षकों को 24 अक्टूबर तक हाईकमान को रिपोर्ट सौंपनी है. रिपोर्ट मिलने के बाद वेणुगोपाल फिर पर्यवेक्षकों से वन टू वन फीडबैक लेंगे. ऐसे में नवंबर के पहले या फिर दूसरे हफ्ते लिस्ट सामने आ सकती है.
राजस्थान में जिला अध्यक्षों के चयन के गुजरात मॉडल औऱ संगठन सृजन अभियान का पहला राउंड पूरा हो चुका है. एआईसीसी पर्यवेक्षकों ने संबंधित जिलों में जाकर राय़शुमारी करने का होमवर्क पूरा कर लिया है. पिछले 15 दिनों के भीतर पर्यवेक्षकों ने संबंधित जिलों में हर विधानसभा में जाकर पदाधिकारियों से इसको लेकर चर्चा की. अब दावेदारों की किस्मत पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में कैद हो चुकी है.
-संगठन सृजन अभियान का पहला राउंड हुआ पूरा
-पर्यवेक्षकों ने रायशुमारी के होमवर्क को किया पूरा
-अब पर्यवेक्षकों को तैयार करने है 6-6 नामों के पैनल
-24 अक्टूबर तक पर्यवेक्षकों को देनी है फाइनल रिपोर्ट
-रिपोर्ट मिलने के बाद पर्यवेक्षकों से वन टू वन लिया जाएगा फीडबैक
-अक्टूबर माह के आखिरी हफ्ते वेणुगोपाल करेंगे पर्यवेक्षकों से चर्चा
-नवंबर के पहले या दूसरे हफ्ते आ सकती है जिला अध्यक्षों की सूची
-अभियान के तहत तमाम 50 जिलों में बन जाएंगे अधिकतर नए जिला अध्यक्ष
वहीं अंता उपचुनाव के चलते फिलहाल दो जिलों में अभियान को होल्ड कर दिया गया है. बारां औऱ झालावाड़ में प्रक्रिया को रोक दिया है. मतदान के बाद इन दोनों जिलों में अभियान शुरु होगा. वहीं पर्यवेक्षकों के साथ टीम राहुल गांधी ने भी अपने स्तर पर बताया जा रहा है क्रॉस रिपोर्ट जिलों से जुटा ली है. ऐसे में पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट मिलने के बाद इन दोनों का भी मिलान किया जाएगा.
संगठन सृजन अभियान के तहत भारी तादाद में दावेदारों ने जिला अध्यक्ष के लिए पर्यवेक्षकों के समक्ष आवेदन किए हैं. ऐसे में पर्यवेक्षकों को छह-छह नामों का पैनल बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ सकती है. दावेदारों की किस्मत अब पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट में कैद हो चुकी है. वहीं अब दावेदार बड़े नेताओं को मैनेज करने की कवायद में भी जुट चुके हैं.