जयपुरः कांग्रेस नेता कर्नल सोनाराम चौधरी का निधन हो गया है. बीती रात कार्डियक अटैक से सोनाराम की तबीयत बिगड़ी थी. इसके बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. सुबह 11:30 बजे दिल्ली से पार्थिव देह एयरबेस उत्तरलाई लाई जाएगी.
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने जताया दुखः
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शोक संवेदना जताई है. बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम के निधन पर गहरा शोक जताया है. राज्यपाल ने ईश्वर से पुण्यात्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. कहा कि शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें ईश्वर.
सीएम भजनलाल ने जताई संवेदनाः
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरी संवेदना जताई है. बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद. मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिजनों के साथ है. ईश्वर दिवंगत पुण्यात्मा को शांति प्रदान करें. और शोकाकुल परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देवें.
वासुदेव देवनानी ने जताया दुःखः
स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कर्नल सोनाराम के निधन पर गहरा दुःख जताया है. देवनानी ने कहा कि स्वर्गीय सोनाराम कद्दावर नेता थे. उन्होंने किसान हित के लिए अनेक प्रयास किए. देवनानी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें ईश्वर.
अशोक गहलोत,सचिन पायलट,टीकाराम जूली और हरीश चौधरी ने निधन पर दुख जताया है. उनका सम्पूर्ण जीवन समाज के हर वर्ग के उत्थान और जनसेवा के प्रति समर्पित रहा. उनका जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें. परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दें.
डोटासरा ने जताया शोक:
कर्नल सोनाराम के निधन पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शोक जताया है. पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है. उनके परिवार व थारवासियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. कर्नल सोनाराम का निधन राजनीति और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. वो जनसेवा, किसान, युवाओं और वंचितों के हक के लिए सदैव समर्पित रहे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति,परिवारजनों को दुःख सहने का संबल प्रदान करें.
बता दें कि कर्नल सोनाराम 4 बार सांसद और एक बार विधायक रहे है. कर्नल सोनाराम साल 1966 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे. सेना में अधिकारी के रूप में 25 वर्षों तक सेवाएं दी. उन्होंने पूर्वी मोर्चे पर 1971 की जंग में भी योगदान दिया. 1994 में सेना से सेवानिवृत्ति ली और राजनीति में उतर गए. 1996,1998,1999 और 2014 में बाड़मेर-जैसलमेर से सांसद रहे. 2014 में सोनाराम ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वॉइन की. फिर भाजपा से भी कर्नल सोनाराम चौधरी सांसद बने. बायतू विधानसभा क्षेत्र से एक बार विधायक भी रहे थे. 2023 विधानसभा चुनाव कांग्रेस से गुड़ामालानी विधानसभा से लड़ा. लेकिन राज्यमंत्री केके बिश्नोई के सामने चुनाव हार गए थे.