मौसम का असर चाय उत्पादन पर, जून तक 60 मिलियन किलोग्राम की कमी आने का अनुमान, कीमतों में हो सकता है इजाफा

नई दिल्लीः चीन के बाद चाय उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर आता है. चाय उत्पादन के साथ खपत दोनों के लिए सबसे ज्यादा आगे रहने वाले देशों में भारत का नाम शामिल है. जहां लोगों द्वारा चाय की चुसकी का आनंद लिया जाता है. लेकिन इस बार मौसम का असर चाय उत्पादन पर देखने को मिल रहा है. 

मौसम की मार के चलते पिछले साल की तुलना में चाय उत्पादन में जून तक 60 मिलियन किलोग्राम की कमी आने का अनुमान है. फसल खराब होने से गुणवत्ता वाली चाय उत्पादन में गिरावट का अनुमान जताया जा रहा है. ऐसे में उत्पादन में कमी की वजह से चाय की कीमतों में इजाफा हो सकता है. 

चाय उत्पादन वाले राज्यों में बारिश नहीं होने से ये हालात उपजे है. साथ ही भीषण गर्मी ने भी चाय की फसल को अहम रूप से बड़े स्तर पर प्रभावित किया है. पश्चिम बंगाल के प्रमुख चाय उत्पादक जिलों में हालत अच्छे नहीं है. यही कारण है कि अब चाय के दामों में इजाफा हो सकता है. जो कि आम जन की जेब पर असर डालेगा. 

बता दें कि उत्तर भारतीय चाय उद्योग में शामिल असम और पश्चिम बंगाल के राज्य खतरनाक हालात का सामना कर रहे है. राज्यों में बारिश नहीं होने से और प्रचंड धूप के चलते फसल खराब हुई है. मई में बेतहाशा गर्मी और बारिश की कमी के कारण चाय के उत्पादन पर बुरी तरह असर डाला है. जो अब दाम पर देखने को मिलेगा.