राजस्थान पुलिस में कम स्टाफ के चलते अपराधों में बढ़ोत्तरी ! IPS से लेकर कांस्टेबल तक के पद बड़ी संख्या में खाली

जयपुरः प्रदेश में एक तरफ़ अपराधों का ग्राफ़ बढ़ता जा रहा है तो वहीं राजस्थान पुलिस स्टाफ़ की कमी से जूझ रही है. प्रदेश में इस समय IPS से लेकर कांस्टेबल तक के पद बड़ी संख्या में रिक्त चल रहे हैं

राजस्थान में बीते कुछ सालों से साल दर साल अपराधों का आँकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. हत्या  से लेकर बलात्कार जैसे संगीन अपराधों की संख्या भी प्रदेश में लगातार बढ़ रही है. NCRB के आँकड़ों के अनुसार प्रदेश में साल 2022 में आईपीसी की धाराओं के तहत दो लाख 39 हज़ार 459 केस दर्ज हुए. स्थानीय और विशेष अधिनियम के तहत 73 हज़ार 345 केस रजिस्टर्ड किए गए. इनमें से एक लाख 13 हज़ार 508 केसों में एफआर लगा दी गई. एक लाख 77 हज़ार 419 केसों में चालान पेश किया गया है. वहीं, 21877 केसों में जांच पेंडिंग चल रही है. साल 2022 में राजस्थान में गैंग रेप के 1337 केस दर्ज हुए. अन्य रेप के संबंध में 4128 केस दर्ज हुए हैं. जो 2021 के मुकाबले 11.90 प्रतिशत बढ़े हैं. बच्चों और नाबालिग से होने वाले अपराधों में पॉक्सो एक्ट की धारा 4/6 के तहत 1628 केस दर्ज हुए. जबकि अन्य पॉक्सो एक्ट के तहत 2162 केस रजिस्टर्ड किए गए. इन दोनों कैटेगरी के दुष्कर्म के मामलों में 887 केसों की जांच फिलहाल पेंडिंग चल रही है. साल 2022 में एससी जाति अत्याचार के संबंध में 8752 केस दर्ज हुए. हत्या के 99, गंभीर चोट के 11, बलात्कार के 658, गंभीर नुकसान पहुंचाने के 83 केस रजिस्टर्ड हुए. एससी-एसटी एक्ट के तहत 101 और अन्य 7875 केस दर्ज हुए. इनमें साल 2021 के मुकाबले 16.32 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है

प्रदेश में अपराधों का ग्राफ़ बढ़ने का एक बड़ा कारण यह भी है कि राजस्थान पुलिस में स्टाफ़ की भारी कमी है. स्वीकृत पदों के मुक़ाबले बहुत कम नफ़री राजस्थान पुलिस के पास है. पहले से ही स्टाफ़ की कमी से जूझ रही पुलिस के सामने नये ज़िलों के गठन के बाद चुनौतियाँ बढ़ गई हैं. नये ज़िलों में पर्याप्त स्टाफ़ नहीं होने के कारण पुलिस का काम बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. अगर सरकार ने जल्द ही पुलिस में रिक्त पदों को भरने का प्रयास नहीं किया तो आने वाले दिनों में हालात और ख़राब हो सकते है.

1- IPS के 222 पद स्वीकृत हैं लेकिन इस समय 22 पद रिक्त चल रहे हैं

2- राजस्थान पुलिस सेवा के 1127 पद स्वीकृत हैं फ़िलहाल 251 पद रिक्त चल रहे हैं

3- निरीक्षकों के 1410 पद स्वीकृत है फ़िलहाल 229 पद रिक्त चल रहे हैं

4-उप निरीक्षकों के 4661 पद स्वीकृत हैं लेकिन इस समय 2107 पद रिक्त चल रहे हैं

5- सहायक उप निरीक्षकों के पुलिस में 12056 पद स्वीकृत हैं इस समय 7289 पद रिक्त चल रहे हैं

6- पुलिस में मुख्य आरक्षी की स्वीकृत नफ़री 21116 है मौजूदा समय में 5205 पद ख़ाली चल रहे हैं

7- आरक्षी के पुलिस में 75625 पद स्वीकृत हैं लेकिन इस समय 3767 पद ख़ाली चल रहे हैं

पुलिस में नफ़री की समस्या पुरानी है लेकिन नये ज़िलों के गठन के बाद यह समस्या बहुत बड़ी हो गई है. एक तरफ़ प्रदेश में अपराधी नये नये तरीक़ों से अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं तो वहीं पुलिस फ़ोर्स अभी भी स्टाफ़ की कमी में ही उलझी है