VIDEO: विभाग सरकारी....निजी दखलअंदाजी ! परिवहन विभाग में प्राइवेट लोगों का बढ़ता दखल, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: परिवहन विभाग में प्राइवेट लोगों के बढ़ते दखल के बाद परिवहन विभाग की नींद टूटी है. परिवहन आयुक्त ने सभी RTO और DTO को प्राइवेट लोगों का हस्तक्षेप करने के निर्देश दिये हैं.

परिवहन विभाग में प्राइवेट लोगों की दख़लंदाज़ी से विभाग की छवि को बहुत नुक़सान पहुंच रहा है. प्रदेश के अधिकतर आरटीओ और डीटीओ कार्यालयों में प्राइवेट लोग काबिज हैं. उड़नदस्तों से लेकर कार्यालयों तक में ऐसे लोग काबिज हैं जिनका विभाग से कोई सरोकार नहीं है. उड़नदस्तों में यह शिकायतें सबसे अधिक हैं. कई कार्यालयों के उड़नदस्तों में प्राइवेट लोग शामिल हैं जो ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे हैं. बॉर्डर से सटे ज़िलों में इनकी संख्या सबसे अधिक है. विभाग के ही अधिकारी कर्मचारी ख़ुद को सुरक्षित रखने और अतिरिक्त कमाई करने के लिए प्राइवेट लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं, 

हाल ही में भरतपुर में ACB ने उड़नदस्ते की पूरी टीम को अवैध वसूली करते हुए पकड़ा था, इस टीम में भी एक प्राइवेट व्यक्ति मौजूद था जो अवैध वसूली करवा रहा था. अब परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा ने इस संबंध में सभी RTO और DTO को आदेश जारी किए हैं. अरोड़ा ने सभी RTOऔर DTO को निर्देश दिये हैं कि विभाग के कार्यालयों में प्राइवेट लोगों का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया किया जाएगा. अगर किसी कार्यालय में प्राइवेट लोगों के हस्तक्षेप की शिकायत मिली तो संबंधित RTO और DTO के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा ने सख़्ती दिखाते हुए प्राइवेट लोगो से जुड़े निर्देश तो जारी कर दिये हैं लेकिन इन निर्देशों की पालना को लेकर संदेह बना हुआ है. इसका कारण यह है कि विभाग में सक्रिय प्राइवेट लोगों की पैंठ बहुत गहरी है. परिवहन विभाग के  कुछ कार्यालय तो ऐसे हैं जहां प्राइवेट लोगों के कार्यालय संचालन की उम्मीद नहीं की जा सकती है. इस प्राइवेट लॉबी की पैंठ का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विभाग के कार्मिकों के तबादले में भी इनका दखल होता है.

---विभाग में कैसे काम करते हैं प्राइवेट लोग---
1- प्राइवेट लोगों की रिपोर्टिंग सीधे RTO या DTO तक होती है
2- परिवहन विभाग में प्राइवेट लोगों की अधिकतर मौजूदगी उड़नदस्तों में है
3- अलग अलग हाईवे पर अवैध वसूली का काम प्राइवेट लोगों की देखरेख में ही होता है
4-ओवरलोड वाहनों का बिना रुकावट संचालन भी विभाग में कई जगह प्राइवेट लोगों के पास है
5- अगर ACB या पुलिस की कार्रवाई हों जाये तो प्राइवेट लोग हाय चपेट में आते हैं, विभाग के कार्मिक सुरक्षित रहते हैं
6- जहां प्राइवेट लोगों की मौजूदगी होती हैं वहाँ ऑफिस का पूरा मैनेजमेंट इनके पास ही होता है
7- उड़नदस्ते में कौन कौन गार्ड ड्यूटी करेंगे यह तय करना भी प्राइवेट लोगों का ही काम है

परिवहन विभाग में प्राइवेट लोगों का दखल विभाग की साख को बट्टा लगा रहा है, परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा ने देर से सही इस बारे में ध्यान तो दिया है लेकिन विभाग में इतनी आसानी से प्राइवेट लोगों का दखल कम हों जाए यह मुश्किल लगता है.