जयपुरः मुख्य सचिव सुधांश पंत तीसरी बार आज जेडीए के आकस्मिक निरीक्षण पर पहुंचे. इस दौरान आधे अधिकारी अपने कक्ष से नदारद मिले, हांलाकि मुख्य सचिव सुधांश पंत ने माना कि जेडीए में ओवरऑल काफी सुधार हुआ है. मुख्य सचिव के सुधांश पंत के इस पूरे औचक निरीक्षण में क्या कुछ रहा, जानने के लिए देखें फर्स्ट इंडिया न्यूज की ये खास खबर
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इससे पहले पिछले वर्ष 23 जनवरी को पहला निरीक्षण किया था. इस निरीक्षण में बड़ी संख्या में कार्मिक गैर हाजिर मिले थे. फाइलों के निस्तारण के हालात भी दुरूस्त नहीं थे. पंत ने दूसरा निरीक्षण पिछले वर्ष 8 अप्रेल को किया था. तब मुख्य सचिव सुधांश पंत ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जेडीए की व्यवस्थाओं में पहले से सुधार हुआ है. आज तीसरी बार प्रात: 9 बजकर 35 मिनट पर मुख्य सचिव सुधांश पंत जेडीए पहुंचे थे. सबसे पहले मुख्य भवन की दूसरी मंजिल पर गए, वहां से पहली मंजिल पर आए. दोनों मंजिलों पर स्थित अधिकारियों के कमरों का निरीक्षण किया. इस दौरान करीब आधे अधिकारी अपने कमरों से नदारद मिले. इसके बाद दुबारा दूसरी मंजिल पर चले गए. इस दौरान उनके साथ जेडीए आयुक्त आनंदी व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. जेडीए आयुक्त आनंदी मुख्य सचिव के आने से पहले ही जेडीए पहुंच गईं थी. निरीक्षण के बाद मुख्य सचिव सुंधांश पंत दूसरी मंजिल स्थित मंथन सभागार पहुंच गए. यहां उन्होंने जेडीए अधिकारियों की बैठक ली. आपको बताते हैं कि इस बैठक में क्या रहा
-बैठक की शुरूआत मुख्य सचिव सुधांश पंत की नाराजगी से हुई
-अधिकारियों के समय पर नहीं पहुंचने पर मुख्य सचिव सुधांश पंत ने गहरी नाराजगी जताई
-उन्होंने कहा कि वे यहां तीसरी बार आए हैं, इसके बावजूद नहीं हुआ सुधार
-अधिकारियों के जेडीए में समय पर आने पर नहीं हुआ सुधार
-उन्होंने जेडीए आयुक्त को संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए
-शुरूआत में बैठक में आठ में से केवल चार जोन उपायुक्त मौजूद थे बाद में शेष चार उपायुक्त भी पहुंच गए
-इसके बाद सुधांश पंत ने फाइलों की पेंडेंसी का मामला उठाया
-उन्होंने कहा कि अभियांत्रिकी शाखा की एक फाइल 15 नवंबर से लंबित है
-इसके अलावा और भी फाइलें लंबित हैं
-पंत ने कहा कि वे मामले में कार्रवाई के लिए प्रमुख सचिव यूडीएच वैभव गालरिया को लिखेंगे
-इसके बाद उन्होंने बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को फाइलों का एवरेज डिस्पोजल टाइम अपने-अपने मोबाइल पर दिखाने को कहा
-जिन अधिकारियों का एवरेज डिस्पोजल टाइम अधिक था, उन्हें इसे घटाने के निर्देश दिए गए
-फिर सुधांश पंत ने जेडीए आयुक्त आनंदी से किए गए नवाचार और सुधारों के बारे में जानकारी ली
-जेडीए आयुक्त आनंदी ने बताया कि "ले आउट प्लान और बिल्डिंग प्लान से जुड़े प्रकरणों की काफी पुरानी पेडेंसी को खत्म किया जा रहा है"
-"यह पेडेंसी अब केवल पिछले हफ्ते तक की ही रह गई है"
-"आमजन से जुड़े प्रकरणों के निस्तारण के लिए SOPजारी की गई है"
-"जेडीए ने हाल ही तीन नई आवासीय योजनाएं लांच की हैं और अन्य योजनाओं की लांचिंग की भी तैयारी है"
-"जेडीए में प्रवेश के लिए ऑनलाइन ई पास बनाने का सिस्टम लागू किया गया है"
-मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इन नवाचारों और सुधारों के लिए जेडीए आयुक्त आनंदी की प्रशंसा की
जेडीए में निरंतर पहले से काफी सुधार हुआः
जेडीए अधिकारियों की बैठक लेने के बाद मुख्य सचिव सुधांश पंत मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा जेडीए में निरंतर पहले से काफी सुधार हुआ है. आमजन से जुड़े प्रकरणों के निस्तारण का समय पहले से कम हुआ है. अधिकतर अधिकारियों का एवरेज डिस्पोजल टाइम कम है. कुछ अधिकारियों का ही डिस्पोजल टाइम अधिक है. उन्होंने कहा कि जेडीए में ओवरऑल सुधार हुआ है. लेकिन अधिकारियों के समय पर आने के मामले में काफी सुधार की गुंजाइश है. मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जेडीए आयुक्त आनंदी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की. उन्होंने कहा जेडीए आयुक्त आनंदी ने काफी प्रयास कर सिस्टम को स्ट्रीम लाइन किया है. आमजन के प्रकरणों के निस्तारण को लेकर जेडीए आयुक्त और उनकी टीम सजग है. जेडीए आयुक्त आनंदी बेहतरीन अफसरों में से एक है. सरकार को उम्मीद है कि उनकी लीडरशिप में जेडीए में आगे भी बेहतरीन काम होगा.
सख्त कदम उठाए जाएंगेः
मुख्य सचिव सुधांश पंत के जेडीए से जाने के बाद जेडीए आयुक्त आनंदी ने भी मीडिया से बात की. बैठक के बारे में पूछे जाने पर जेडीए आयुक्त आनंदी ने कहा कि मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सबसे बड़ी कमी समय की पाबंदी नहीं होना बताई है. वास्तव में जेडीए में यह कमी है. जेडीए की ओर से इस बारे में सख्त कदम उठाए जाएंगे और देर से पहुचने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बैठक में मुख्य सचिव ने फाइलों के क्वालिटी डिस्पोजल के निर्देश दिए हैं,जिस पर जेडीए की ओर से और भी फोकस किया जाएगा.