जयपुर: राजस्थान विधानसभा में आज जयपुर स्थित जामडोली विमंदित गृह में एक महिला की मौत के छह दिन बाद तक अंतिम संस्कार नहीं होने तथा खाद की किल्लत व मिलावट पर हंगामा हुआ . विधायकों व मंत्रियों के बीच जमकर नोकझोक हुई और आरोप प्रत्यारोप के सिलसिले चले .
राजस्थान विधानसभा में आज जामडोली विमंदित गृह में महिला की मौत का मामला उठा . आदर्श नगर विधायक रफीक ख़ान ने यह मामला उठाया . रफीक ख़ान ने कहा की सिस्टम की लापरवाही से छह दिन बाद अंतिम संस्कार हुआ .रफीक खान ने सवाल किया कि जब सरकार कह रही है कि सब कुछ नियमों के तहत हुआ, तो फिर विमंदित गृह के अधीक्षक को निलंबित क्यों किया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि सिस्टम में गंभीर लापरवाही हुई है, जिससे इंसानियत को ठेस पहुंची है. रफीक ने सरकार से जवाब मांगा और आरोप लगाया कि अगर उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो अंतिम संस्कार और भी टल जाता. वही सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने जवाब में कहा कि जब किसी अज्ञात व्यक्ति की मौत होती है, तो उसकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रिया अपनाई जाती है. इसी कारण अंतिम संस्कार में देरी हुई. उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में एक सर्कुलर और तय प्रक्रिया है, जिसका पालन किया गया.हालांकि, मंत्री गहलोत ने स्वीकार किया कि अधीक्षक की कुछ कार्यदक्षता में कमियां पाई गई थीं और इस पर एक मीडिया रिपोर्ट भी प्रकाशित हुई थी. उसी रिपोर्ट के आधार पर अधीक्षक को निलंबित किया गया है.
इसके साथ ही विधानसभा में खाद की किल्लत और मिलावट पर हंगामा हुआ . प्रश्नकाल के दौरान सोमवार को खाद की उपलब्धता और मिलावटखोरी को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से पूछा कि मिलावटी खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापों के बाद कितनों को जेल भेजा गया? उन्होंने तंज कसा कि मुख्यमंत्री ने भरतपुर में बैठक की, लेकिन उसका क्या नतीजा निकला? जवाब में कृषि मंत्री मीणा ने कहा कि दो कंपनियों के टैगिंग से भरे गोदाम सील किए गए हैं. विपक्ष का सहयोग मांगते हुए उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई होगी. मीणा ने भरोसा दिलाया कि प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है. भरतपुर सहित किसी भी जिले में यूरिया की आपूर्ति में समस्या नहीं है. हालांकि, डीएपी की थोड़ी कमी जरूर है, जिसका कारण यूक्रेन युद्ध और वैश्विक परिस्थितियां हैं. कांग्रेस विधायक पूसाराम गोदारा के सवाल पर मंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार में ऐसे मामलों में कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई, जबकि वर्तमान सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं. मंत्री ने कालाबाजारी पर तुरंत कार्रवाई का आश्वासन भी दिया.
वहीं अर्जुन बामनिया के सवाल पर मंत्री बाबूलाल ख़राडी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये . विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान रीको औद्योगिक क्षेत्र में ग़ैर औद्योगिक उपयोग का मुद्दा हावी रहा . सुजानगढ़ व बीदासर के स्कूलों में शौचालय के निर्माण से जुड़े प्रश्न भी पूछे गए तो विजय नगर उप खंड मेंचकबंदी सम्बंधी कार्यों को लेकर सोहन लाल नायक ने सवाल उठाए थे . रामकेश मीणा ने राजफेड द्वारा समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद नहीं होने का मुद्दा उठाया .