चित्तौड़गढ़ {पीके अग्रवाल}: चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में राजस्थान परमाणु बिजलीघर की इकाई 7 और 8 में कार्यरत श्रमिकों ने ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. मजदूरों का कहना है कि उनसे जबरन वसूली की जा रही है, एटीएम और पासबुक जब्त कर ली गई हैं और वेतन का बड़ा हिस्सा ठेकेदार की जेब में जा रहा है. शिकायत एडिशनल एसपी भगवत सिंह हिंगड़ तक पहुंच चुकी है और अब जांच शुरू कर दी गई है.
ये थाने के के बाहर खड़े युवा कोई बेरोजगार या फिर किसी संगठन के कार्यकर्ता नहीं है, बल्कि मेहनतकश मजदूर, श्रमिक है, जो हाड़तोड़ मेहनत कर अपने परिवार को चलाते है, रावतभाटा में काम कर रहे इन मजदूरों ने एएसपी को शिकायत दी है कि ठेकेदार नौकरी देने से पहले ही 15-15 हजार रुपये वसूलता है. इतना ही नहीं, श्रमिकों के बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लेता है. मजदूरों का आरोप है कि अगस्त महीने में उन्हें 20 हजार 629 रुपये की जगह केवल 12 हजार 629 रुपये ही मिले. बाकि 8 हजार रुपये ठेकेदार और उसके सुपरवाइजर ने हड़प लिए. विरोध करने पर नौकरी से निकालने और ऊपर तक पहुंच होने की धमकियां भी दी गईं. इतना ही नहीं, एक कर्मचारी के साथ मारपीट तक की गई.
श्रमिकों ने बताया कि ठेकेदार ने बैंक से सांठगांठ कर जबरन नए खाते खुलवाए. इन खातों से जुड़े मोबाइल नंबर भी ठेकेदार के नाम पर रजिस्टर्ड हैं, जिससे मजदूरों तक किसी भी वेतन संबंधी सूचना नहीं पहुंच पाती. पासबुक और एटीएम अपने कब्जे में रखकर वेतन का खेल खेला जाता है. मजदूरों का कहना है कि उनके पास इस पूरी वसूली के वीडियो और सबूत मौजूद हैं. लेकिन शिकायत के बावजूद थाने में कार्रवाई न होने से उनका गुस्सा और आक्रोश बढ़ रहा है.
मजदूरों ने एएसपी को सौंपे ज्ञापन में ठेकेदार और उसके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही अवैध वसूली पर रोक लगाकर उन्हें काम पर बहाल करने की अपील की है. दूसरी ओर एएसपी भगवत सिंह हिंगड़ का कहना है कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
रावतभाटा परमाणु परियोजना के मजदूरों का बड़ा आरोप
ठेकेदार ने 15-15 हजार लेकर नौकरी पर लगाया
मजदूरों के एटीएम और पासबुक जब्त किए गए
हर महीने सैलरी से हजारों की कटौती
विरोध करने पर नौकरी से निकालने की धमकी
जबरन नए खाते खुलवाए, नंबर भी ठेकेदार के
एएसपी ने जांच के आदेश दिए, कार्रवाई तय