VIDEO: राजस्थान की राजनीति में इन दिनों चर्चाओं में दो नेताओं के दौरे, गर्माया सियासी तापमान, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान की राजनीति में इन दिनों दो नेताओं के दौरे चर्चाओं में है. एक है पूर्व सीएम अशोक गहलोत और दूसरे है बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी डॉ सतीश पूनिया, गहलोत मारवाड़, बीकाणा मेवाड़, पूर्वी राजस्थान और शेखावाटी के दौरे कर चुके है. साथ ही सतीश पूनिया के दौरे भी जारी है अब मारवाड़ से लेकर मेवाड़ तक के दौरे प्रस्तावित है.

राजस्थान के तीन बार मुख्यमत्री रह चुके अशोक गहलोत के लिए ये आमतौर पर कहा जाता रहा है कि जब उनके आगे पूर्व मुख्यमंत्री लग जाता है तब वे केंद्रीय राजनीति में सक्रिय होते है. चाहे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का दफ्तर हो या फिर महत्वपूर्व राज्यों के प्रभार कुल मिलकर राजस्थान की सियासत से समुचित सियासी दूरी. फिर विधानसभा चुनावों के करीब आते आते उनकी अपने राज्य में सक्रियता बढ़ जाती है. लेकिन इस बार उनका बदली हुई सियासत दिख रही है. जबकि विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन गहलोत यात्रा पर निकल पड़े है. कांग्रेस में उनके दौरों को लेकर व्यापक हलचल है. अपने गृह क्षेत्र मारवाड़ या जोशपुर तो वो जाते ही रहते है वहीं अब तक सीकर, बीकानेर, उदयपुर समेत कई जिलों में वो जा चुके. लभभग आधा राजस्थान नाप चुके. दौरे ही नहीं बल्कि उनके बयान भी चर्चाओं में खासतौर पर पुरानी बातों को भुलाने वाला. इस बयान को सचिन पायलट से जोड़ कर देखा जा रहा.

हरियाणा बीजेपी के प्रभारी और राजस्ञान बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को प्रवास का विशेषज्ञ माना जाता है. इन दिनों वो अपने प्रभार वाले राज्य हरियाणा की जगह अपने गृह राज्य राजस्थान के दौरों पर है. मेड़ता से लेकर मेवाड़ तक उनकी यात्रा चर्चाओं में है. सतीश पूनिया की विशेष बात ये है कि वो संगठन निष्ठ माने जाते है लिहाजा जहां जाते है वहां के स्थानीय बीजेपी.

नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलना उनकी शैली है. कहा ये भी जा रहा है उन्हें प्रमुख राजनीतिक जिम्मेदारी दी जा सकती है चाहे राजस्थान हो या फिर बीजेपी की केंद्रीय राजनीति बीजेपी के प्रखर किसान चेहरे वो कहे जाते है.