जयपुर: राजस्थान में नकली दवाओं के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाएं. ये मांग राजेन्द्र राठौड़ ने राज्य सरकार से की. राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि खांसी की सिरप पीने से कई मासूम बच्चों की मौत की घटनाएं बेहद दुखद,चिंताजनक है, जिस केयसंस फार्मा कंपनी की सिरप से बच्चों की मौत हुई. उसे पहले भी कई बार ब्लैकलिस्टेड किया जा चुका है.
प्रदेश में नकली दवाओं को लेकर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट-940 बना हुआ. इसके अनुसार यदि किसी दवा में बताए गए 3-4 रसायनों (सॉल्ट्स) में से एक भी जांच में अनुपस्थित पाया जाता है. तो उस दवा को नकली माना जाएगा. सबसे गंभीर बात यह है कि फूड सेफ्टी ड्रग कंट्रोलर डिपार्टमेंट ने परिभाषा तक बदल दी. ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट-1940 की परिभाषा तक बदल दी.
ताकि दोषी कंपनियों को बचाया जा सके. अब नए नियम के मुताबिक अब यदि किसी दवा में कोई एक भी सॉल्ट शून्य है तो उसे नकली नहीं माना जाएगा. यह सीधे-सीधे आम जनता के जीवन से खिलवाड़ है. मेरी सरकार से मांग है कि प्रदेश में नकली दवाओं के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जाए एवं संबंधित फार्मा कंपनी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.