जयपुर : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नये फरमान से विद्यार्थी काफी ज्यादा परेशान हो रहे हैं. 10वीं-12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को खुद के स्कूल के स्थान पर अन्य दूसरे स्कूल में परीक्षा देनी होगी. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के इस आदेश का विरोध जताया जा रहा है.
अधिकतर अभिभावकों के किसान होने के कारण उन पर आर्थिक भार पड़ेगा. अधिकतर अभिभावक छात्राओं को दूसरे गांव में अकेले नहीं भेजेंगे. जो अभिभावक बाहर व्यापार कर रहे हैं उनके बच्चे बोर्ड परीक्षाओं से वंचित रह जाएंगे.
सूदूरवर्ती केंद्र पर विद्यार्थी स्वयं को असहज महसूस करेंगे. विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए हर दिन लंबी यात्रा करनी होगी. जिससे समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी.