जयपुर: राजस्थान सरकार में तबादले खुलते ही जलदाय विभाग में हलचल तेज हो गई है. विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने मुख्य अभियंताओं के बाद अब नौ अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं के तबादले कर दिए है. इस सूची में लंबे समय से जमे अफसरों की विदाई भी हुई है, तो एक अफसर का वजन हल्का किया गया है, जिसको तीन चार्ज देकर मेहरबानी की जा रही थी. राजस्थान में एक बार फिर से तबादलों का मौसम आ गया है. जलदाय विभाग में भी तबादलों की इंजीनियरिंग शुरू हो गई है. मुख्य अभियंताओं के बाद अब अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं की सूची जा रही हो गई है. राज्य सरकार के आदेश के अनुसार 10 से 20 फरवरी तक तबादले जो होने है. इस बार जलदाय विभाग शायद सिफारिशों के आधार पर नहीं बल्कि 3 बिंदुओं को ध्यान में रखकर तबादले कर रहा है. पहला दागियों को प्राइम पोस्टिंग से हटाना, दूसरा सालों एक रीजन या शहर में जमे इंजीनियर्स को बाहर भेजना और तीसरा अतिरिक्त चार्ज की मेहरबानी कम करना.
जलदाय विभाग में अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं के तबादले:
-जुगल किशोर करवा को बांसवाडा से क्षेत्र प्रथम, जोधपुर लगाया
-अमिताभ शर्मा को मुख्य अभियंता कार्यालय से क्षेत्र द्वितीय, जयपुर लगाया
-विवादास्पद महेश जांगिड को कोटा से भरतपुर लगाया
-ईडी की कार्रवाई का सामना करने वाले शुभांषु दीक्षित को जयपुर से कोटा भेजा
-लंबे समय से जमे अरूण श्रीवास्तव को क्षेत्र प्रथम, जयपुर से हटाया
-हुकम चन्द को क्षेत्र प्रथम जयपुर में अरुण श्रीवास्तव की जगह लगाया
-एपीओ चल रहे मोहन लाल सैनी को उदयपुर भेजा
-आदित्य शर्मा को पाली से उदयपुर प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई है
-जगत तिवारी को ड्रिलिंग से (शहरी) कार्यालय मुख्य अभियंता (शहरी एवं एनआरडब्ल्यू), जयपुर लगाया
-तीन अभियंता राजसिंह, हुकम चंद व जुगल किशोर को अतिरिक्त चार्ज भी दिया गया
अगर इन तबादला सूची का पोस्टमार्टम करे तो सबसे प्रभावशाली अधीक्षण अभियंता माने जा रहे बांसवाड़ा के सुनील गर्ग का बोझ अब कम कर दिया गया है. आदिवासी इलाके के एक बड़े ठेकेदार से नजदीकी रखने वाले गर्ग के पास बांसवाड़ा के अलावा उदयपुर के दो और चार्ज थे. यानि बांसवाड़ा से लेकर उदयपुर तक सुनील गर्ग की ही चवन्नी चलती थी, लेकिन अब उदयपुर के दोनों पदों पर दो नए अफसर लगा दिए. वहीं विवादों में रहे महेश जांगिड़ को कोटा से भरतपुर भेजा गया है. पिछले साल एसीबी की एक कार्रवाई में महेश जांगिड़ की कार से लाखों रुपए बरामद किए गए थे. वर्ष 2021 में भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत से भी महेश जांगिड़ का विवाद हो गया था. वहीं लंबे समय से सचिवालय की गलियारेां में रहने वाले सुभांषु दीक्षित को अब जयपुर से बाहर कोटा भेज दिया गया है. पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी व विभाग के पूर्व एसीएस सुबोध अग्रवाल के यहां ईडी की सर्च के दौरान दीक्षित के यहां भी ईडी की कार्रवाई हुई थी.
जलदाय विभाग में तबादलों का पोस्टमार्टम:
-आखिर सुनील गर्ग का 'बोझ' किया कम
-बांसवाड़ा अधीक्षण अभियंता सुनील गर्ग के पास थी तीन जिम्मेदारी
-उदयपुर प्रोजेक्ट और रीजन के अतिरिक्त चार्ज की थी मेहरबानी
-आदिवासी इलाके के एक बड़े ठेकेदार से बताई जाती है नजदीकियां
-लेकिन अब दोनों चार्ज हटाकर नए अफसर लगा दिए उदयपुर में
-मोहन सैनी व आदित्य शर्मा को भेजा गया है उदयपुर
विवादित अफसर की नियुक्ति मुख्यमंत्री के गृहक्षेत्र में !:
-विवादों में रहे महेश जांगिड़ को कोटा से भरतपुर भेजा
-पिछले साल एसीबी ने महेश जांगिड़ की गाड़ी से बरामद की थी बड़ी राशि
-जलदाय मंत्री के यहां पड़ी है जांगिड़ से जुड़ी एक अहम फाइल
-2021 में भी चर्चा में आए थे अतिरिक्त मुख्य अभियंता महेश जांगिड़
-तब बीजेपी नेता भवानी राजावत ने जांगिड़ को पिलाया था दूषित पानी
शुभांषु दीक्षित को जयपुर से कोटा भेजा:
-पिछले दिनों ईडी की कार्रवाई हुई थी दीक्षित के यहां
-दीक्षित के दफ्तर से भी अहम कागजात लिए थे ईडी ने
-पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के करीबी रहे दीक्षित
-लंबे समय बाद जयपुर से हटाए गए हैं शुभांषु दीक्षित
-विदेश दौरे में भी तत्कालीन मंत्री व ACS के साथ थे दीक्षित