संविधान दिवस पर हम भारत की महिलाएं कार्यक्रम आयोजित, हरिभाऊ बागडे बोले- आज तक भारत की संस्कृति को कोई खंडित नहीं कर सका

संविधान दिवस पर हम भारत की महिलाएं कार्यक्रम आयोजित, हरिभाऊ बागडे बोले- आज तक भारत की संस्कृति को कोई खंडित नहीं कर सका

जयपुर: संविधान दिवस पर "हम भारत की महिलाएं" कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस समारोह को राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को देश प्रथम की भावना से राष्ट्रीय समृद्धि के लिए कार्य करना चाहिए.

विदेशी आक्रांताओं ने एक हजार साल तक भारत की संस्कृति को मिटाने का प्रयास किया. लेकिन इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि हमें हमारी संस्कृति पर विश्वास था. पिछले कुछ कालखंड में अनेक संस्कृतियां खत्म हो गई लेकिन भारत की संस्कृति को कोई खंडित नहीं कर सका.

हरिभाऊ बागडे ने आगे कहा कि किसी भी देश के विकास में शिक्षा नीति महत्वपूर्ण होती है. शिक्षा से ही देश के देश के प्रति विश्वास रखने वाले स्वाभिमानी और आदर्श लोग गढ़े जाते हैं. संविधान समिति में 15 महिलाएं थी इसमें राजस्थान के 15 तथा बीकानेर के 2 लोग शामिल थे.

जब तक मन शुद्ध नहीं होगा तब तक नैतिकता की अपेक्षा नहीं की जा सकती है. संविधान में भाषा क्षेत्र और संस्कृति के नाम पर भेदभाव को स्वीकार नहीं किया. वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने कहा कि संविधान दिवस पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है. संविधान निर्माण में महिलाओं की संघर्ष गाथा हमें सिखाती है कि बढ़ाओ के बावजूद बदला संभव है.