उदयपुर : 76वें गणतंत्र दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह का साक्षी उदयपुर बना. उदयपुर के महाराणा भूपाल स्टेडियम में गरिमामय ढंग से समारोह आयोजित हुआ. राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने ध्वजारोहण किया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित गणमान्य उपस्थित अतिथि हैं.
राज्यपाल ने परेड का निरीक्षण कर मार्चपास्ट की सलामी ली. एडीजी सचिन मित्तल और एस सेंगाथीर को राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा. 12 अधिकारियों-कर्मचारियों को योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए. लोक कलाकारों और स्कूली बच्चों ने दी राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक वैभव से सराबोर प्रस्तुतियां दी. राजस्थान पुलिस की घुड़सवारी विंग की साहस और शौर्य से भरपूर प्रस्तुति ने रोमांचित किया. सेंट्रल पुलिस बैंड की प्रस्तुति ने भी आनंदित किया. झांकियों में अग्रणी राजस्थान और प्रदेश की सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धता की झलक दिखी.
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का गणतंत्र दिवस पर संदेश:
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि एक वर्ष में राजस्थान सरकार आमजन की आकांक्षाओं पर खरी उतरी है. आपने अग्रणी राजस्थान के संकल्पों को धरातल पर तेजी से मूर्त रूप दिया जा रहा है. राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का सफल आयोजन हुआ, राज्य सरकार के ठोस इरादों को परिलक्षित करता है. 35 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों का राज्य सरकार जमीनी स्तर पर तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रही है.
सरकार का लक्ष्य है कि नीतिगत सुधारों से प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति दी जाए. सरकार की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी के सानिध्य में राम जल सेतु लिंक परियोजना के मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट का आदान-प्रदान होना सुखद है. इससे पूर्वी राजस्थान में सिंचाई और पेयजल की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा. योजना के चरणबद्ध क्रियान्वयन के लिए 12000 करोड़ के कार्यों के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी की गई.
वहीं राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का गणतंत्र दिवस पर संदेश देते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस पर आप सभी को कोटि-कोटि बधाई व शुभकामनाएं. सेनानियों और सीमाओं पर चौकस प्रहरियों को सादर नमन. संविधान को लागू हुए आज 75 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं. इन वर्षों में हमने भारत को सशक्त, स्वाभिमानी समृद्ध राष्ट्र के रूप में स्थापित किया . कठिन परिश्रम से अर्जित इस उपलब्धि पर हम सभी गौरवान्वित हैं. यह हमारे उन महान संविधान निर्माताओं को याद करने का अवसर है. जिन्होंने विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हमें सौंपा. और राष्ट्र निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया.