Under-23 विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने साजन भानवाला

पोंटवेद्रा: साजन भानवाला अंडर 23 विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले भारत के पहले ग्रीको रोमन पहलवान बन गए जिन्होंने यूक्रेन के दमित्रो वेसत्स्की को कांस्य पदक के प्लेआफ मुकाबले में हराया .

यूक्रेन के पहलवान ने शानदार शुरूआत की लेकिन भानवाला ने जबर्दस्त वापसी करते हुए जीत दर्ज की. वह प्रतिद्वंद्वी को चित नहीं कर सके लेकिन चार अंक लेने में कामयाब रहे.

आखिरी अंक बनाये थे तो उन्हें विजयी घोषित किया गया:
उन्होंने दो और अंक बनाये जिसके बाद रक्षात्मक खेल दिखाया . इस बीच यूक्रेन के पहलवान ने फिर बढत बना ली. भानवाला ने दो और अंक बनाकर अपने प्रतिद्वंद्वी को फिर दबाव में ला दिया . मुकाबला 10.10 पर छूटा लेकिन भानवाला ने आखिरी अंक बनाये थे तो उन्हें विजयी घोषित किया गया.

इससे पहले उन्होंने लिथुआनिया के एस्तिस एल को 3.0 से हराया था लेकिन प्री क्वार्टर फाइनल में मोलदोवा के अलेक्जेंड्रिन गुटु से हार गए. गुटु के फाइनल में पहुंचने पर उन्हें रेपेशॉज के जरिये फिर से पदक जीतने का मौका मिला . उन्होंने रेपेशॉज में कजाखस्तान के रसूल झुनिस को 9.6 से मात दी.

मेजबान टीम के मार्कोस सांचेस सिल्वा को हराया था:
इस बीच विकास 72 किलो वर्ग में कांस्य पदक के लिये खेलेंगे . वह सेमीफाइनल में क्रोएशिया के पावेल पुकलावेक से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हार गए थे . अब उनका सामना जॉर्जियोस टी सोटिरिआडिस और जापान के डी कोबायाशी के बीच होने वाले रेपेशॉज मुकाबले के विजेता से होगा. विकास ने इससे पहले किर्गीस्तान के आदिलखान नूरलानबेकोव और मेजबान टीम के मार्कोस सांचेस सिल्वा को हराया था. 

वीजा स्पेन दूतावास ने खारिज कर दिये थे:
सुमित 60 किलोवर्ग में पदक की दौड़ में लौटे हैं .रेपेशॉज में उनका सामना कजाखस्तान के ओल्जास सुल्तान से होगा. आशु 67 किलो वर्गमें हारकर बाहर हो गए हैं. भारत के छह ग्रीको रोमन पहलवान, दो महिला और एक फ्रीस्टाइल पहलवान के साथ यहां पहुंचे हैं .भारत के अन्य 21 पहलवानों के वीजा स्पेन दूतावास ने खारिज कर दिये थे. सोर्स-भाषा