जयपुर (सत्यनारायण शर्मा, जयपुर) : राजधानी जयपुर के हरमाड़ा थाना इलाके में लोहा मंडी कट पर आज दर्दनाक हादसा घटित हुआ जहां नशे में धुत्त एक डंपर चालक काल बनकर आया और जो भी उसके डंपर के सामने आया उसको कुचलते और वाहनों को टक्कर मारते हुए आगे बढ़ गया. अजमेर–दिल्ली एक्सप्रेस–वे पर एक ट्रक से टकराने के बाद डिवाइडर पर लगी रेलिंग से टकराकर डंपर रुका. जिसने भी यह मंजर देखा वह सिहर गया और रूह कंपा देने वाले इस हादसे में 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई तो वहीं 10 से अधिक लोग गंभीर घायल हो गए.
डंपर चालक विराट नगर निवासी कल्याण मीणा लोहा मंडी में चल रहे सड़क निर्माण कार्य के लिए डंपर लेकर पहुंचा था और डामर खाली करने के बाद वापस लौट रहा था. जब आरोपी चालक लोहा मंडी कट की तरफ लौट रहा था तो रास्ते में एक पेट्रोल पंप पर उसने एक कार को टक्कर मारी. इस पर गाड़ी के चालक ने डंपर चालक को रोक जिस पर दोनों में कहासुनी और हल्की झड़प हुई. इसके बाद आरोपी चालक डंपर में बैठा और उसने फिर से उस कार को टक्कर मारी, जिसके बाद तेजी से डंपर को रॉन्ग साइड में भगाने लगा. सड़क पर कट आने पर उसने डंपर को फिर से सही साइड में लिया और उसके बाद जो भी रास्ते में आया उसे टक्कर मारते हुए, दोपहिया व चौपहिया वाहनों को टक्कर मारते हुए एक्सप्रेस–वे पर जाकर डिवाइडर से टकराकर रुका.
एक्सप्रेस–वे की रेलिंग से टकराने के बाद डंपर तो रुक गया लेकिन उसके पीछे सड़क पर जो मंजर था उसे देखकर हर कोई सिहर गया. दूर-दूर तक घायल लोग, लाशें और क्षतिग्रस्त वाहन सड़क पर बिखरे पड़े थे. इसी दौरान लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जमकर डंपर चालक के साथ मारपीट कर डाली. तभी पास ही मौजूद पुलिसकर्मी भाग कर पहुंचे और डंपर चालक को भीड़ से बचाकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. इसके बाद पुलिस, सिविल डिफेंस और कई एंबुलेंस मौके पर पहुंची. घायलों को इलाज के लिए तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया और गंभीर घायलों को एसएमएस अस्पताल व कांवटिया अस्पताल रेफर किया गया. इस दौरान एक्सप्रेस–वे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया जिसको सुचारू करने में पुलिस को कई घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
हादसे के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भी देखने को मिला. जिन्होंने लोहा मंडी कट पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं करने और लंबे समय से की जा रही अंडरपास की मांग को नजरअंदाज करने पर नाराजगी जाहिर की. FSL टीम भी घटनास्थल पर पहुंची जहां से उन्होंने कई साक्ष्य जुटाए. फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और जयपुर पुलिस कमिश्नर खुद इस पूरे मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.