सवाई माधोपुर: 120 घंटे बाद 25 वर्षीय मोना बाई का शव बोरवेल से निकाला गया. यह हादसा सवाई माधोपुर के बामनवास के रामनगर बैरवा ढाणी के बोरवेल में हुई. SDRF और NDRF ने मशक्कत के बाद शव निकाला गया. शव को सीएचसी बामनवास ले जाया गया. मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. संभावित संवेदनशीलता को लेकर पुलिस,प्रशासन अलर्ट मोड पर पर है.
रामनगर बोरवेल ऑपरेशन बड़ा और चुनौती पूर्ण रेस्क्यू कार्य रहा. रामनगर बैरवा ढाणी में बोरवेल में गिरी महिला का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया. 120 घंटे बाद बोरवेल में से 25 वर्षीय मोना बाई निकाली गई. SDRF और NDRF टीम ने मशक्कत के बाद कार्य पूरा किया. प्रथम दृष्ट्या मोना बाई बैरवा की मौत हो चुकी है, हालांकि मेडिकल टीम द्वारा अधिकृत पुष्टि नहीं की गई. बहरहाल महिला को एंबुलेंस द्वारा अस्पताल ले जाया गया.
इससे पहले रविवार को गुडला पंचायत के रामनगर बैरवा ढाणी में रेक्स्यू हुआ. बोरवेल के समीप साइट टनल बनाई गई थी. बार-बार मिट्टी को बाहर निकालने में SDRF कर्मियों को मशक्कत हुई. सख्त एवं कंक्रीट मिट्टी भी देरी का कारण बनी. हालांकि अभी तक महिला तक SDRF नहीं पहुंच सकी. लेकिन अब किसी भी समय महिला तक SDRF कर्मी पहुंच सकते है. उसके बाद महिला को 3 फीट व्यास वाले गड्ढे से बाहर निकाला जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पर्याप्त पुलिस बाल मौके पर तैनात है. डीएम गौरव सैनी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है.
आपको बता दें कि मंगलवार की शाम को 25 वर्षीय मोनाबाई लापता हुई थी. बुधवार दोपहर में बोरवेल में गिरने की संभावनाओं के मद्देनजर प्रशासन पहुंचा. दोपहर में बोरवेल में ऑक्सीजन लाइन डाली गई. बुधवार शाम SDRF व NDRF टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रोड सिस्टम फेल होने के बाद गुरुवार को खुदाई कार्य किया गया. प्रतिकूल परिस्थितियां बनने पर गुरुवार शाम खुदाई कार्य रोक दिया गया. शुक्रवार दोपहर पाइलिंग मशीन आने पर फिर से रेस्क्यू शुरू हुआ. रात भर में खुदाई कार्य पूरा किया गया.