कोटा के कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या घटने का असर, लड़खड़ाने लगा 1500 करोड़ रु. का लक्जरी होस्टल प्रोजेक्ट

कोटा के कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या घटने का असर, लड़खड़ाने लगा 1500 करोड़ रु. का लक्जरी होस्टल प्रोजेक्ट

कोटाः अपने सपनों को पूरा करने के लिए बच्चे कोचिंग सिटी कोटा का रुख करते है. आईआईटी से लेकर NEET और तमाम सरकारी नौकरियों के लिए पहली पसंद यहां की रहती है. लेकिन अब कोटा के कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या घटने का असर नजर आ रहा है. 1500 करोड़ रु. का लक्जरी होस्टल प्रोजेक्ट लड़खड़ाने लगा है. 

बारां रोड पर कोरल पार्क में 5 साल से इमारतें बन रही थी. यहां सरकार ने शैक्षणिक क्षेत्र के लिए जमीनें आबंटित की है. लेकिन इसी बीच इस वर्ष जनवरी के बाद छात्रों की संख्या में 30-40% की कमी आई है. कोटा में छात्रों के लिए 4000 होस्टल, 40,000 पेइंग गेस्ट है. 

इन पर बड़ी संख्या में लोग आजीविका के लिए निर्भर है. जिसमें से फिलहाल करीब 300 इमारतों पर To-Let या For Sale के बोर्ड लगे हुए है. जिससे पता लगाया जा सकता है. कि अब कोटा के कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या घट रही है.