जैसलमेर: मच्छरों का वार...जैसलमेर मलेरिया का हॉटस्पॉट बन गया. राजस्थान में सबसे ज्यादा मलेरिया के केस अब जैसलमेर से सामने आये है. साल की शुरुआत से अब तक 115 मलेरिया मरीज चिन्हित किए गए. राज्य में सबसे ज्यादा केस, अब अफसरों की नींद टूट गई. अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की रक्त जांच हो चुकी है. क्रैश प्रोग्राम चलाकर टांकों में रसायन डाले गए.
गंदे पानी में टेमिफोस और एमएलओ का छिड़काव किया गया. 6 हैचरियों में गम्बूशिया मछलियां छोड़ी गई. मलेरिया और डेंगू पर रोकथाम के लिए चरणबद्ध अभियान चलाया गया. जून को एंटी-मलेरिया और जुलाई को एंटी-डेंगू माह घोषित किया गया. गांवों में सर्वे, शहरों में वार्ड-वार एंटी-मलेरिया अभियान चलाया गया.
डिजिटल मॉनिटरिंग के लिए 'मरुघरा ऐप' पर रिपोर्ट दर्ज की गई. हर मरीज के संपर्क में आए लोगों की 15 दिन की ट्रैकिंग की गई. उप स्वास्थ्य केंद्रों तक गम्बूशिया मछलियां भेजी जा रही हैं. मलेरिया मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की प्लानिंग शुरू की गई. जैसलमेर को मलेरिया कंट्रोल का ‘राज्य मॉडल’ बनाने की तैयारी की जा रही है.
मच्छरों का वार...जैसलमेर बना मलेरिया का हॉटस्पॉट:
राजस्थान में सबसे ज्यादा मलेरिया के केस अब जैसलमेर से
साल की शुरुआत से अब तक 115 मलेरिया मरीज चिन्हित
राज्य में सबसे ज्यादा केस, अब अफसरों की नींद टूटी
अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की रक्त जांच हो चुकी
क्रैश प्रोग्राम चलाकर टांकों में डाले गए रसायन
गंदे पानी में टेमिफोस और एमएलओ का छिड़काव
6 हैचरियों में छोड़ी गई गम्बूशिया मछलियां
मलेरिया और डेंगू पर रोकथाम के लिए चरणबद्ध अभियान
जून को एंटी-मलेरिया और जुलाई को एंटी-डेंगू माह घोषित
गांवों में सर्वे, शहरों में वार्ड-वार एंटी-मलेरिया अभियान
डिजिटल मॉनिटरिंग के लिए 'मरुघरा ऐप' पर रिपोर्ट दर्ज
हर मरीज के संपर्क में आए लोगों की 15 दिन की ट्रैकिंग
उप स्वास्थ्य केंद्रों तक भेजी जा रही हैं गम्बूशिया मछलियां
मलेरिया मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की प्लानिंग शुरू
जैसलमेर को मलेरिया कंट्रोल का ‘राज्य मॉडल’ बनाने की तैयारी