जयपुर: नरेश मीणा थप्पड़ कांड के बाद शुरू हुआ आर ए एस व अन्य अधिकारियों की पेन डाउन हड़ताल वापस ले ली गई है. सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात और ras क्लब में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लेते हुए चेतावनी दी गई है कि 1 माह में यदि मांगें नहीं मानी गईं तो सभी समर्थन वाली एसोसिएशन फिर जुटकर कार्य बहिष्कार करेंगी.
उपचुनावों के मतदान के दौरान देवली-उनियारा के निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड मारने को लेकर पेन डाउन हड़ताल वापस ले ली गई है. राज्य सरकार को ras एसोसिएशन की मांगों को पूरा करने के लिए एक महिने का वक्त दिया है. एक महीने के दौरान मांगे पूरी नहीं होने पर फिर से कार्य बहिष्कार का अल्टीमेटम दिया गया है. दरअसल,आज आरएएस और अन्य कार्मिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सुबह मुख्यमंत्री से मुलाकात की और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद आरएएस एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक में कार्य बहिष्कार को वापस ले लिया गया. आरएएस एसोसिएशन और अन्य कार्मिक संगठनों की बैठक के बाद अध्य़क्ष महावीर खराडी ने बताया कि मुख्यमंत्री से सकारात्मक माहौल में वार्ता हुई है.
उन्होंने कहा कि गवर्मेंट ऑफिशिअल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की प्रदेश के सभी कर्मचारी मांग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस एक्ट के लिए समन्वय समिति का गठन किया है,जिसका नेतृत्व आरएएस एसोसिएशन करेगा. उन्होंने बताया कि एस एक्ट का मसौदा तैयार कर राज्य सरकार को पेश किया जाएगा. उन्होंने राज्य सरकार से फील्ड में कार्यरत अधिकारियों को जल्द से जल्द पीएसओ उपलब्ध कराने की मांग की. इसके अलावा नरेश मीणा के खिलाफ उपयुक्त धाराओं में जल्द चालान पेश हो,नरेश मीणा के खिलाफ निर्वाचन नियमों में अयोग्यता की कार्रवाई जल्द हो,मौके पर मौजूद लापरवाह पुलिस अधिकारियों-कार्मिकों की जांच कर कार्रवाई हो,
प्रदेश में गवर्मेंट ऑफिशिअल प्रोटेक्शन एक्ट लागू हो,एडीएम,एसडीएम समेत सभी कार्यपालक मजिस्ट्रेट को मिले पीएसओ और पुलिस अधिकारियों को मजिस्ट्रेट ड्युटी पर तैनात अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए एसओपी जारी करना शामिल है.
आरएएस एसोसिएशन और अन्य कार्मिक संगठनों ने राज्य सरकार को मांगे पूरा करने के लिए एक माह का वक्त दिया है. साथ ही एक महिने में मांगे पूरी नहीं होने पर फिर से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है. आरएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराडी ने कहा कि हम नहीं चाहते की कामकाज प्रभावित हो,इसलिए कार्य बहिष्कार वापस लिया है,लेकिन मांगे पूरी नहीं होने पर एक महिने बाद सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार किया जाएगा. उधर,थप्पड़ कांड के पीडित एसडीएम अमित चौधरी आज फिर मीडिया के सामने आए,उन्होंने नरेश मीणा द्वारा की गई घटना को क्रिमिनट एक्टीवीटी बताया. उन्होंने नरेश मीणा के आरोपों का खारिज करते हुए कहा कि आरोप लगाना आसान है लेकिन वे और वहां मौजूद ECI के सारे अधिकारी अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे थे.
संभवत यह पहली बार है जब आरएएस अधिकारियो ने कार्य बहिष्कार किया है. इस दौरान आरएएस अधिकारियों को अन्य कर्मचारी-अधिकारियों का भी पूर्ण समर्थन मिला है.