जयपुरः प्रदेश भर के शहरों में नियमित पेयजल आपूर्ति बढ़ाने,पेयजल की बचत करने,स्वच्छता बढ़ाने और परिवहन सुधार के लिए 19 हजार करोड़ रुपए लागत की महत्वाकांक्षी परियोजना पर जल्द काम शुरू किया जाएगा. राजस्थान अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट प्रोजेक्ट (RUIDP)के इस पांचवे शहर में किस शहर में कौनसे विकास कार्य किए जाएंगे.
प्रदेश की भजनलाल सरकार की मंशा है कि आगामी छह महीनों में आरयूआईडीपी के इस पांचवें चरण का काम मौके पर शुरू कर दिया जाए. मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में हुई इंटर डिपार्टमेंटल हाई पावर स्टेट लेवल स्टैडिंग कमेटी की बैठक में इस चरण को मंजूरी दी जा चुकी है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंजूरी के बाद यह मामला स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलात विभाग को भेजा जाएगा. यहां से यह मामला केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्रालय के पास जाएगा. इस तरह तमाम मंजूरी के बाद एशियन विकास बैंक और विश्व बैंक आरयूआईडीपी के पांचवे चरण के लिए कुल 13 हजार 404 करोड़ रुपए का ऋण देगा. कुल सात वर्ष में लागू किए जाने वाले इस चरण में शेष राशि 5745 करोड़ रुपए राज्य सरकार वहन करेगी. राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत बड़े शहरों के साथ ही उनके 42 सैटेलाइट टाउन्स सहित प्रदेश भर के 296 शहरों को शामिल किया गया है. आपको बताते हैं कि आरयूआईडीपी के पांचवे चरण में कुल लागत 19 हजार 154 करोड़ रुपए के तहत किन शहरों में क्या काम किए जाएंगे.
पेयजल आपूर्ति के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के अस्सी शहरों में 5246.17 करोड़ रुपए की लागत से पेयजल आपूर्ति से जुड़े कार्य किए जाएंगे
-इनमें शामिल 29 शहरों में निर्धारित समय पर पेयजल आपूर्ति के काम हाथ में लिए जाएंगे
-इन 29 में से 18 शहर जयपुर,कोटा,जोधपुर,बीकानेर,अजमेर,भरतपुर,सीकर,खाटूश्यामजी,पुष्कर,केकड़ी,चित्तौड़गढ़,
भीलवाड़ा,जैसलमेर,बारां,झालावाड़,राजसमंजद,डीडवाना और बूंदी में पेयजल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में सुधार किया जाएगा
-इसके तहत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में पानी की बर्बादी रोकने और उसकी मीटरिंग संबंधी कार्य किए जाएंगे
-29 में से शेष 11 शहर पाली,बांसवाड़ा,श्रीगंगानगर,टोंक,झुंझुनू,कुचामन,निम्बाहेड़ा,बालोतरा,सिरोही और
-डूंगरपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की मदद से पेयजल की मांग पता करने,लीकेज सुधार और रखरखाव संबंधी कार्य किए जाएंगे
-कुल अस्सी में से शेष 51 शहरों में पेयजल आपूर्ति के नेटवर्क को बढ़ाया जाएगा
-इन 51 शहरों में उदयपुर,चुरू,दूदू,बगरू,जोबनेर, रींगस, चौमूं, बस्सी, चाकसू शाहपुरा जयपुर, फुलेरा,
-श्रीमाधोपुर, दौसा,अजीतगढ़,ब्यावर,किशनगढ़,नसीराबाद,विजयनगर, गुलाबपुरा, बालेसर सातन, पीपाड़ सिटी, सोजत बिलाड़ा, कैथून, केशोरायपाटन, रामगंज मंडी, सांगोद, -डीग,नदबई कुम्हेर,नगर,खेड़ली, बयाना,आमेट,टोडारायसिंह, मालपुरा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़, अलवर,
-बाड़मेर जालौर प्रतापगढ़ बहरोड खैरथल तिजारा कोटपूतली फलोदी नागौर और सलूंबर शामिल हैं
वेस्ट वाटर मैनेजमेंट के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश भर के सभी 296 शहरों में 6662.26 करोड़ रुपए की लागत से वेस्ट वाटर के दुबारा उपयोग के काम किए जाएंगे
-इनमें से 75 शहरों में सीवरेज नेटवर्क बढ़ाया जाएगा और मकानों के सीवर कनेक्शन किए जाएंगे
-सीवरेज नेटवर्क को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा
-इन 75 शहरों में अजमेर,अलवर,बांसवाड़ा,बांरा,ब्यावर,भरतपुर,भीलवाड़ा,भिवाड़ी,बीकानेर,बूंदी,चित्तौड़गढ़,चुरू,धौलपुर,गंगापुर सिटी,
-हनुमानगढ़,हिंडौनसिटी,जयपुर,झुंझुनू,जोधपुर,किशनगढ़,कोटा,मकराना,नागौर,पाली,सवाई माधोपुर,श्रीगंगानगर,सीकर,सुजानगढ़,
-टोंक,उदयपुर,आबूरोड़,बाड़ी,बालोतरा,बाड़मेर,डीडवाना,फतेहपुर,जैसलमेर,जालौर,झालावाड़,करौली,
-कुचामन,लांडनूं, लक्ष्मणगढ़,नवलगढ़,निम्बाहेड़ा,नोखा,राजसमंद,रतनगढ़,सरदारशहर, सूरतगढ़,बड़ी सादड़ी,
-भादरा,चिड़ावा,डूंगरपुर,फतेह नगर,जैतारण,झालरापाटन,खेतड़ी,कुशलगढ़,मंडावा,माउंट आबू,नगर,
-नाथद्वारा,प्रतापगढ़,रामगढ़ शेखावाटी,सिरोही,सुमेरपुर,भीनमाल,बिलाड़ा,केशोरायपाटन,पीपाड़ सिटी,पुष्कर,
-रावतभाटा,सांगवाड़ा और श्रीमाधोपुर शामिल हैं
-शेष 221 शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे ताकि ट्रीटेड वाटर का दुबारा उपयोग किया जा सके
ठोस कचरा प्रबंधन के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के चार बड़े शहर जयपुर,जोधपुर,कोटा व भरतपुर
-और 28 सैटेलाइट टाउन्स में ठोस कचरा प्रबंधन,पुराने कचरों के बड़े ढेरों के निस्तारण,
-ट्रांसफर स्टेशन,सैनेटरी लैंड फिल,जीरो वेस्ट मॉडल,वेस्ट मैनेजमेंट संबंधी कार्य किए जाएंगे
-इन कार्यों पर 650.19 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
-इन चार बडे़ शहरों के 28 सैटेलाइट टाउन्स में जयपुर के दूदू,चौमूं,बस्सी,बगरू,चाकसू,जोबनेर,फुलेरा,दौसा,
-शाहपुरा,रींगस,श्रीमाधोपुर,खाटूश्यामजी व अजीतगढ़ शामिल हैं
-जोधपुर के सैटेलाइट टाउन्स पीपाड़सिटी,बिलाड़ा,सौजत व बालेसर सातन,
-कोटा के बूंदी,कैथून,केशोरायपाटन,रामगंजमंडी, व सांगोद,
-और भरतपुर के सैटेलाइट टाउन्स डीग,कुम्हेर,नदबई,खेड़ली व बयाना शामिल हैं
शहरी परिवहन में सुधार के इन शहरों में होंगे काम
-प्रदेश के सात संभागीय मुख्यालय में रिमॉडलिंग ऑफ रोड्स,इंटरसेक्शन इंम्पूवमेंट,
-ग्रेड सेपरेटे एंड एडग्रेड ट्रैफिक सौल्यूशन,मोटराईज्ड व नॉन मोटराईज्ड ट्रैफिक सोल्यूशन्स,
-पार्किंग स्थलों का विकास और कॉम्प्रिहैन्सिव मोबिलिटी प्लान तैयार किया जाएगा
-जयपुर,जोधपुर,कोटा,भरतपुर,बीकानेर,उदयपुर व अजमेर में होंगे ये काम
-इन कार्यों पर 2021.75 करोड़ रुपए खर्च होंगे