VIDEO: रामबाग में 500 पौधे लगाकर वृहद पौधरोपण अभियान की शुरुआत, होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान संभागवार प्लान बनाकर करेगा पौधारोपण

जयपुर: राजस्थान को हराभरा बनाने और पर्यावरण संरक्षण को लेकर अब होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान भी एक.पेड़ मां के नाम और मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान से जुड़ गया. आज रामबाग पैलेस में 500 पौधे लगाकर अभियान शुरू किया गया. फेडरेशन हर संभाग में वृहद अभियान चलाकर वृक्षारोपण करेगा. 

होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान द्वारा आज प्रदेश में वृहद वृक्षारोपण अभियान की होटल रामबाग पैलेस से शुरुआत की गई. अभियान को शुरू करते हुए आज 500 पौधे होटल रामबाग पैलेस में लगाए गए. पौधारोपण अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए अभियान एक पौधा मां के नाम से प्रेरणा लेकर की गई. इस अभियान में होटल रामबाग पैलेस द्वारा स्थान उपलब्ध करवाने एवं अपने सहयोग के लिए होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान ने रामबाग पैलेस को ही अभियान के लिए चुना. 

प्रदेश में इस मानसून अवधि में इस अभियान को लगातार गति देते हुए 6 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. लक्ष्य को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. इस अभियान के अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष हुसैन खान ने कहा पौधे हमारे जीवन का अभिन्न अंग है. बिना पौधों के भविष्य की पीढ़ियों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. इसलिए हमें इस अभियान को गति देते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने का प्रयास करना चाहिए. इस अवसर पर फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह ने कहा की फेडरेशन के सदस्यों ने इस अभियान को गति देने के लिए लगातार मन बना लिया है. 

आगामी दिनों में फेडरेशन के सदस्य राजस्थान के सभी क्षेत्र में संभागवार प्लान बनाकर  पौधारोपण अभियान को गति देंगे. रामबाग पैलेस के जीएम अशोक राठौर ने कहा की हम आभारी हैं होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के जिन्होंने रामबाग में इस अभियान की शुरुआत की है. रामबाग होटल भी आगामी दिनों में पौधारोपण के लिए सतत अभियान चलाएगा. शहर के मध्य होटल होने के कारण इसका फायदा शहर के सभी लोगों को मिलेगा. फेडरेशन के संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, सचिव शैलेश प्रधान, कोषाध्यक्ष संदीप गोगिया, कार्यकारी सदस्य सीताराम के अलावा अनेक  सदस्यों  ने चढ़ बढ़कर हिस्सा लिया.

होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान ने पौधरोपण अभियान चलाने और पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता बढ़ाने के लिए जो अभियान शुरू किया है निश्चित तौर पर यह एक मिसाल है. और उम्मीद की जा रही है कि प्रकृति संरक्षण की दिशा में दूसरे संस्थान भी इस महा अभियान से जुड़ेंगे तभी हरित राजस्थान की संकल्पना सरकार हो पाएगी.