जयपुर: SMS मेडिकल कॉलेज के इतिहास का काला दिन है! एडिशनल प्रिंसिपल और न्यूरो सर्जरी HOD को ACB ने ट्रैप किया है. गुरुवार को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते डॉ.मनीष अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. डॉ.अग्रवाल कॉलेज में टॉप थ्री प्रभावशाली चिकित्सकों में शुमार थे. डॉ.अग्रवाल एडिशनल प्रिंसिपल और न्यूरो सर्जरी विभाग के HOD, ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रोग्राम के प्रभारी के रूप में कार्यरत थे. डॉ.अग्रवाल SMS मेडिकल कॉलेज में स्टोर का महत्वपूर्ण वित्तीय काम देख रहे थे. कॉलेज और उससे जुड़े सभी अटैच अस्पतालों की बड़ी खरीद फरोख्त के डिसीजन मेकर थे. पिछले दिनों फर्स्ट इंडिया ने 44 लाख रुपए की एलडी माफ करने की खबर प्रसारित की थी. निजी फर्म पर किए गए उपकार के बदले बड़े लेनदेन की चर्चा थी.
डॉ. मनीष अग्रवाल का मोबाइल खोलेगा कई राज :
डॉ. मनीष अग्रवाल का मोबाइल कई राज खोलेगा ! SMS मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य के ACB ट्रैप से जुड़ी बड़ी खबर मिल रही है. 1 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों घर पर डॉ. अग्रवाल गिरफ्तार किए गए. ACB ने गिरफ्तारी के साथ ही डॉ. मनीष अग्रवाल का मोबाइल जप्त किया. सूत्रों के मुताबिक डॉ. अग्रवाल के मोबाइल में महत्वपूर्ण चैट मिली है. SMS मेडिकल कॉलेज के कई प्रमुख डॉक्टर्स के वॉट्सएप चैट साथ है. मोबाइल फोन में मिले इनपुट के आधार पर ACB शिकंजा कस सकती है. कॉलेज और अस्पताल में करप्शन में लिप्त लोगों पर कार्रवाई हो सकती है.
अब तक डॉ. मनीष अग्रवाल के घर से मिले 3 लाख रुपए नकद:
अब तक डॉ. मनीष अग्रवाल के घर से 3 लाख रुपए नकद मिले है. डॉ. मनीष अग्रवाल के घर से 3 से 4 प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले. अब ACB आरोपियों के मोबाइलों को FSL जांच के लिए भिजवाएगी. FSL जांच में कई ठेकेदारों, डॉक्टरों की भी भूमिका सामने आ सकती है.
24 घंटे के भीतर किया ACB ने बड़ा धमाका:
आपको बता दें कि शिकायत मिलने के 24 घंटे के भीतर ACB ने बड़ा धमाका किया है. SMS मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ.मनीष अग्रवाल को ट्रैप किया है. कल देर शाम आवास पर मरीज देखते वक्त ही रिश्वत के एक लाख रुपए संभाल लिए. न्यूरो सर्जरी कोइंलिंग प्रोसिजर के बिलों पर काउंटर साइन के बदले रिश्वत मांगी थी. परिवादी ने कल ही ACB में गंभीर मरीजों से रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी. ACB ने संवेदनशीलता को समझते हुए शिकायत का सत्यापन कराया और अगले दिन ही सफल ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दे दिया. ACB की कार्रवाई के बाद डॉ.अग्रवाल के नजदीकी चिकित्सकों में खलबली मच गई.
फर्स्ट इंडिया के जरिए ट्रैप की पल-पल की चिकित्सक जानकारी ले रहे है. फिलहाल अग्रवाल का पूरा परिवार घर के दूसरे फ्लोर पर मौजूद है, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर कार्रवाई चल रही है.